लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए यूपी के सात चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। मोदी कैबिनेट में बुधवार को महाराजगंज से भाजपा सांसद पंकज चौधरी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।
2019 में छठवीं बार बने सांसद
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से बीजेपी सांसद पंकज चौधरी बहुत वरिष्ठ नेता हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में पंकज चौधरी छठवीं बार (1991, 1996, 1998, 2004, 2014, 2019) सांसद बने थे। पार्षद से लेकर संसद सदस्य तक का अनुभव रखने वाले पंकज चौधरी को शहर से लेकर देश तक की राजनीति का ज्ञान है। अब मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होकर वह केंद्रीय मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं देंगे।
पार्षद के रूप में शुरू हुआ सियासी सफर
पंकज चौधरी का जन्म 20 नवंबर 1994 को गोरखपुर में हुआ था और वहीं से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक किया है। 57 वर्षीय पंकज चौधरी का सियासी सफर गोरखपुर के नगर निगम से शुरू हुआ, जब वे पहली बार 1989-91 में नगर निगम में पार्षद चुने गए। फिर गोरखपुर नगर निगम में ही 1990-91 तक वह उप-महापौर रहे।
इसके बाद उन्हें इसी साल (1991) पहला बड़ा ब्रेक मिला और वह प्रदेश भाजपा में कार्यकारिणी समिति में सदस्य बनाए गए। इसके बाद किस्मत ने ऐसा रंग जमाया कि लोकसभा चुनाव 1991 में उन्हें टिकट मिल गया और उन्होंने जीत भी हासिल कर ली। पहली बार सांसद बने पंकज पटेल संसद की कई समितियों में रहे।
2009 में टूटा जीत का क्रम
इसके बाद वर्ष 1996 में उन्हें फिर जीत मिली। उन्हें इस बार भी कई संसदीय समितियों में रहने का अवसर मिला। फिर वर्ष 1998 में मध्यावधि चुनाव हुए और इसमें भी पंकज चौधरी जीत गए। वर्ष 2004 में वह चौथी बार सांसद बने, लेकिन वर्ष 2009 में उनका लोकसभा चुनावों में निरंतर जीत का क्रम टूट गया। उन्हें कांग्रेस के हर्षवर्धन के सामने हार झेलनी पड़ी।
इसके बाद वर्ष 2014 में एक बार फिर भाजपा ने पंकज चौधरी पर भरोसा जताया और उन्होंने इस पर खरा उतरते हुए जीत हासिल की। इस बार पंकज चौधरी पांचवीं बार सांसद बने। हालांकि, उन्हें इस बार भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में चौधरी छठवीं बार सांसद बने। अब मोदी मंत्रिमंडल में उन्होंने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।