निजामुद्दीन शेख, संवाददाता
काशीपुर में आज मिशन अग्निपथ के तहत मार्शल आर्ट ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत छात्राओं को आत्मरक्षा के टिप्स प्रदान किये गए।
यह भी पढ़े
इस दौरान छात्राओं को जूडो, कराटे, कुराश, जु-जित्सु, मुय-थाई, किक बॉक्सिंग, ताइक्वांडो, मिक्स्ड मार्शल आर्ट, ग्रेपलिंग, एरोबिक्स, योग और डांस आदि का एक माह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सायरा बानो समाजिक जनकल्याण समिति के बैनर तले आयोजित ‘मिशन अग्निपथ’ नामक कार्यक्रम का आयोजन काशीपुर के ग्राम गोपीपुरा में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोपीपुरा में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद कर तीन तलाक के खिलाफ बनाये गए कानून में महती भूमिका निभाने वाली और वर्तमान में उत्तराखंड सरकार में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष शायरा बानो ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
छात्राओं को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के तहत कोच मुकेश यादव और मनदीप कौर ने प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर सायरा बानो सामाजिक जनकल्याण समिति की मुखिया सायरा बानो ने कहा कि उनकी समिति गांव के छात्र छात्राओं को तथा खासतौर पर छात्राओं को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के तहत आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देंगे ताकि छात्राएं आत्मनिर्भर हो सकें।
इस दौरान मनदीप कौर और मुकेश यादव उन्हें प्रशिक्षण देंगें। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है जो एशियन मेडलिस्ट दोनों कोच बच्चों को प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का नाम मिशन अग्निपथ दिया गया है, इसके गाँव की छात्राओं के प्रतिभा को निखार कर सामने लाना है जिससे कि वह अपने गांव और राज्य के साथ साथ देश का नाम रोशन कर सकें।
वहीं प्रशिक्षक और हाल ही में पांचवी एशियन जु-जित्सु में दो कांस्य पदक जीतने वाली मनदीप कौर ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत गांव की छात्राओं को जूडो, कराटे, ताइक्वांडो, कुराश, जुजित्सु, वोविनाम आदि अनेक मार्शल आर्ट सिखाए जाएंगे।उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में बालिकाओं को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण देना बहुत ही जरूरी है। जिससे कि वह मुसीबत के समय बचाओ बचाओ बोल कर अपनी रक्षा के लिए दूसरों को बुलाने की जगह अपनी रक्षा स्वयं कर सके। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा काशीपुर के सरकारी तथा गैर सरकारी विभिन्न विद्यालयों में उसका प्रशिक्षण दिया गया है। वही मुख्य कोच मुकेश यादव ने कहा कि उनके द्वारा अब तक 15 हजार के करीब छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और साथ ही साथ उनको रोजगार के अवसर भी मुहैया कराए हैं।