फतेहपुर: फतेहपुर जिले में बारिश राहत नहीं आफत बनकर बरस रही है। कहीं पानी नहीं निकल पा रहा तो कहीं लोगों की फसलें डूब गई हैं। इतना ही नहीं कई लोगों के घर भी बह गए। मामले पर बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय में लोगों ने अपनी बात रखी और निस्तारण कराने की अपील भी की। घटनाक्रम पर अधिकारियों ने पीड़ितों को हर संभव सहायता करने का वचन दिया है।
सदर तहसील के अतरहा गांव के रहने वाले करीब 50 से अधिक लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी समस्याओं को रखा। इनमें राम सिंह, अवधेश, वीर सिंह, महेंद्र, भोला, सिंहराज, आलोक, मोहन, कामत प्रसाद, राजपाल सहित कई पीड़ित ग्रामीण मौजूद रहे। यहां पर लोगों ने बताया कि, गांव के पास से नई रेलवे लाइन बिछाई गयी हैं, जिसमें कार्यदायी संस्था ने अपने मन मुताबिक रेलवे ट्रैक का निर्माण कराया है। इससे बारिश के बाद का पानी नहीं निकल रहा है, ऐसे में आसपास का क्षेत्र टापू जैसा बन गया है।
पीड़ितों ने बताई परेशानी
पीड़ितों ने बताया कि, यहां पर बारिश होते ही जलभराव शुरू हो जाता है लेकिन निकल नहीं पाता है। इतना ही नहीं इस जलभराव से किसानों की फसलें भी डूब गयी हैं। कलेक्ट्रेट में अपनी बात रखने आये श्याम बिहारी ने बताया कि अभी तक कोई भी लेखपाल या अन्य अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में कहीं भी कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। मजबूरन हम लोगों को अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ऐसे मार्ग का सहारा लेना पड़ता है।
वहीं, श्याम बिहारी के साथ आलोक और राजपाल ने बताया कि बारिश की वजह से उनके घर गिर गए हैं। बेघर होने के बाद वह किसी तरह अपना गुजार कर रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि, बारिश की वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत रात में होती है। मामले पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरी सहायता करने का आश्वसन दिया है।
“अतरहा गांव का मामला प्रकाश में आया है। यहां पर जिसके साथ जो भी दैवीय क्षति हुई है, उसकी जांच और रिपोर्ट लेकर कार्रवाई की जाएगी। जिसका जो भी नुकसान हुआ है, वह मिलेगा।”
विकास पाण्डेय, नायब तहसीलदार, सदर, फतेहपुर