विधानसभा चुनावो को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। कई पार्टियों में नेताओं का आना- जाना लगा हुआ है, ऐसे उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा को लेकर भी तयारियां जोरो शोंरो पर चल रही हैं।
बड़ी संख्या में नेता भाजपा में हो रहे हैं शामिल
बड़ी संख्या में नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। आपको बता दें कि रविवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने बसपा और कांग्रेस से आये नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
रविवार को कई राजनीतिक दलों से आये 17 नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली
बता दें कि भाजपा उत्तर प्रदेश के मुख्यालय में रविवार को कई राजनीतिक दलों से आये 17 नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। गोरखपुर जिले के सहजनवा और महराजगंज के पनियरा से विधायक रहे पूर्व राज्यमंत्री देव नारायण सिंह उर्फ जीएम सिंह ने बसपा से इस्तीफा देने के बाद अब भाजपा का रुख कर लिया है।
जीएम सिंह ने बसपा से इस्तीफे की खबर को अपने फेसबुक पर भी किया शेयर
वहीं पूर्व विधायक जीएम सिंह ने बसपा से इस्तीफे की खबर को अपने फेसबुक पर भी किया इसके अलावा सहारनपुर से बहुजन समाज पार्टी से विधायक रहे मुकेश दीक्षित ने भी भाजपा का दाथ थामा ।
इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी से विधान परिषद के सदस्य रहे बिजनौर के सुबोध पाराशर पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहीं गायत्री पाराशर भाजपा में शामिल हो गए।
कुशीनगर के हाटा से बसपा नेता वीरेन्द्र सिंह सैथवार के साथ ही बाराबंकी के हैदरगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर 2012 में चुनाव लड़े आरके चौधरी ने भी भाजपा में शामिल ही ठीक समझा
वाराणसी के रोहनियां से बसपा नेता डॉ.भावना पटेल ने पकड़ा बीजेपी का दामन
सोनभद्र के दुद्धी से निर्दलीय विधायक रहीं रूबी प्रसाद, हरदोई से बसपा के पूर्व विधायक वीरेन्द्र कुमार पासी, आगरा में बसपा से विधायक रहे सूरज पाल, वाराणसी के रोहनियां से बसपा नेता डॉ.भावना पटेल, बुलंदशहर से राष्ट्रीय लोकदल के नेता वीरेन्द्र सिंह लौर, चौधरी प्रताप सिंह और वाराणसी के युवा सपा नेता शुभम गुप्ता ने भाजपा की डोर थामी।
इतना ही नहीं मुजफ्फरनगर से भाकियू के मंडल महासचिव राजू अहलावत ने भी भाजपा साथ पकड़ा, आपको बता दें कि दो साल पहले राजू अहलावत को भाकियू हाईकमान ने जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।