प्रयागराज में रेलवे की एनटीपीसी भर्ती परीक्षा में परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए ट्रेन रोककर हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने के मामले में एसएसपी ने तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुुए उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है।
यह भी पढ़े
सिद्धि विनायक महाविद्यालय में सीआरपीएफ के जवानों के बीच मनाया गणतंत्र दिवस समारोह
मामले को तूल पकड़ने के बाद एसएसपी ने यह कार्रवाई की है। आपको बता दें कि प्रयागराज में रेलवे की एनटीपीसी भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया था।
छोटा बघाड़ा में जुलूस निकालने के साथ प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोक दी थी। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर उन्होंने पथराव किया। पुलिस ने जब घेराबंदी की तो वे लॉज में घुस गए। जहां पुलिस ने दरवाजे तुड़वाकर उनकी पिटाई की। इसमें कई छात्रों को चोटें पहुंची हैं।
हिरासत में भी लिए गए थे दर्जनों छात्र
मामले में दर्जनों छात्र हिरासत में भी लिए गए हैं। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी लंबे समय से आंदोलनरत हैं। मंगलवार को दिन में करीब एक बजे अचानक सैकड़ों प्रतियोगी छात्र छोटा बघाड़ा में एकत्र हुए। फिर जुलूस बनाकर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए वे प्रयाग स्टेशन पहुंचे। प्रतियोगियों की बड़ी संख्या को देखते हुए पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था तथा दुकानें बंद होने लगीं। स्टेशन पहुंचे प्रतियोगी छात्र कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के इंजन के सामने ट्रैक पर बैठ गए थे।
पुलिस ने कई लॉज के दरवाजे तोड़ दिए तथा छात्रों की पिटाई की। पुलिस की इस कार्रवाई से प्रतियोगी छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है तो अलग-अलग संगठन के लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
ये रखी थी मांग
प्रतियोगियों का कहना था कि आरआरबी ने ग्रुप डी के पदों के लिए एक ही भर्ती परीक्षा कराने की घोषणा की थी। लेकिन अब दो परीक्षाएं कराई जा रही हैं। प्रतियोगी छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा उनका यह भी कहना था कि स्क्रीनिंग परीक्षा में एक पद के सापेक्ष 20-20 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने की घोषणा की गई थी। लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे प्रतियोगी हैं। जिन्हें चार से पांच वर्ग में क्वालीफाई कराया गया।