लखनऊ: अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा और राम वनगमन मार्ग के लिए मंगलवार को दिल्ली में समीक्षा बैठक हुई। इसमें यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी भाग लिया। बैठक में मार्ग के विकास और विभिन्न परियोजनाओं को लेकर चर्चा की हुई।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दी नाम को मंजूरी
वहीं, बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 84 कोसी 4 लेन परिक्रमा मार्ग के नाम की मंजूरी दे दी है। अब 84 कोसी परिक्रमा मार्ग NH 227 बी के नाम से जाना जाएगा। 84 कोसी परिक्रमा मार्ग 275 किलोमीटर होगा।
इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया कि, दिल्ली में ‘84 कोस परिक्रमा मार्ग’ के समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी और केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारी मौजूद थे।
7 अगस्त को अयोध्या में अहम बैठक
इस बैठक के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि, मीटिंग में राम वन मार्ग और 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर वार्ता हुई। इसे लेकर 7 अगस्त को अयोध्या में अहम बैठक की जाएगी। वहीं, उपमुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के साइकिल मार्च पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, राहुल गांधी को देश गंभीरता से नहीं लेता है। उन्होंने कहा, कांग्रेस भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेती है। राहुल गांधी जाकर जनता की सेवा करें।
बता दें कि, अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर बन रहा है वहीं वनवास के दौरान भगवान श्रीराम जिन रास्तों से वन गए थे, वहां भी विकास कार्य किया जाएगा। अयोध्या से चित्रकूट के बीच वनगमन मार्ग का कुल 3 चरणों में निर्माण कार्य पूरा होगा।
अयोध्या से चित्रकूट तक बदलेगी सूरत
वनगमन मार्ग अयोध्या से शुरू होकर सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, श्रृंगवेरपुर धाम, मंझनपुर, राजापुर होते हुए चित्रकूट तक जाएगा। कुल 210 किलोमीटर का सफर तय करते हुए चित्रकूट धाम को राम नगरी से जोड़ने का काम किया जाएगा। यह सभी धार्मिक आस्था और संस्कृति के बड़े केंद्र के रूप में बनकर उभर रहे हैं, राम मंदिर निर्माण के बाद इनका महत्व भी काफी बढ़ जाएगा।