उत्तर प्रदेश में 296 किलोमीटर लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो गया है। जालौन जिले के कईथेरी गांव में पीएम मोदी इस 4 लेन एक्सप्रेस वे का उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित करेंगे।
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आपको बता दें कि पीएम मोदी ने ही वर्ष 2020 में इस एक्सप्रेस की आधारशिला रखी थी। उसके बाद करीब 14,850 करोड़ रुपये की लागत से इस एक्सप्रेस वे को सिर्फ 28 महीनों में पूरा कर लिया गया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर और जालौन जिलों से गुजरेगा। और इसके बनने से यूपी के सात जिलों, चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा को आवाजाही में सुविधा मिलेगी।
जानिए इसकी खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखी थी।
इस एक्सप्रेस पर 250 से ज्यादा छोटे पुल बनाए गए हैं, जबकि 15 से ज्यादा फ्लाइओवर, छह टोल प्लाजा और 12 से ज्यादा बड़े पुल और चार रेल पुल बनाए गए हैं।
296 किलोमीटर लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर इटावा होते हुए कुदरौल के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से मिलेगा। यहीं से यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते दिल्ली से जुड़ेगा।
यह बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा और बुंदेलखंड के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
राज्य सरकार ने लखनऊ में निवेशकों के शिखर सम्मेलन के दौरान 21 फरवरी, 2018 को उत्तर प्रदेश में रक्षा औद्योगिक गलियारा स्थापित करने की घोषणा की थी।
केन्द्र सरकार ने आरंभ में छह क्लस्टरों की पहचान करते हुए गलियारा स्थापित किया था। ये हैं- लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अलीगढ़, कानपुर और आगरा।
इस गलियारे के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे अहम होगा और अब रक्षा उत्पादों के निर्माण संबंधी गतिविधियां तेज हो जाएंगी।
इसमें शामिल बुंदेलखंड के पांच जिलों सहित सभी सातों जिलों के 200 से भी ज्यादा गांवों के लोग लाभान्वित होंगे।
एक्सप्रेस-वे की ये है खासियत
चार लेन वाले इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 296 किलोमीटर है और इसे लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गया है। इस हाइटेक एक्सप्रेसवे को आने वाले समय में छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है।
इस एक्सप्रेस-वे पर एक तरफ से दूसरी तरफ पैदल पार करने वाले राहगीरों और पशुओं के लिए अलग-अलग जगहों पर कई अंडरपास भी बनाये गये हैं।एक्सप्रेस-वे के प्रत्येक 50 किलोमीटर का एक खंड बनाया गया है, जिनमें सुरक्षा और चौकसी के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।