लखनऊ: यूपी के हमीरपुर जिले से मानवीय संवदेनाओं को झकझोर कर रख देने वाली घटना समाने आई है। यहां एक बीजेपी नेता ने अपनी बुजुर्ग मां को प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया।
भटकते-भटकते श्रीवृंदावन धाम पहुंच गई। उसके बाद एक कथावाचक की नजर बुजुर्ग पर पड़ी। फिर बुजुर्ग ने एक लाइव टेलीकास्ट प्रोग्राम में कथावाचक को आपबीती सुनाई, जिसे सुनकर लोग भावुक हो गए।
तीन बेटे और तीनों ने छोड़ा बेसहारा
दरअसल, हमीरपुर जिले की एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि उनके तीन बेटे हैं। एक बेटा बीजेपी नेता है, जिसका नाम प्रमोद अग्रवाल है। बुजुर्ग ने बताया कि किस तरह बहू-बेटे उनके साथ मारपीट किया करते थे। तीनों ही अपनी मां को रखने के लिए तैयार नहीं थे।
उन्होंने बताया कि, बड़ी बहू अक्सर ताना मारकर बोलती थी कि छोटे-बेटे के पास जाकर रहो। तो छोटी बहू यही बात बोलकर अपना पल्ला झाड़ लेती थी। तीनों ही बेटों को जब यह बात पता चली कि उनकी मां वृंदावन में हैं तो सभी लोग हैरत में पड़ गए। बेटों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि मां वृंदावन कैसे पहुंच गईं। जब कथावाचक ने बुजुर्ग मां की आपबीती सुनकर अपने शब्दों में उसका बखान किया तो सभी की आंखें नम हो गईं।
टीवी चैनल पर समाने आई करतूत
बुजुर्ग ने बताया कि, 10 साल रखने के बाद एक बेटे ने उसे अपने घर में रखने से मना किया। जबकि तीसरे बेटे ने लाचारी का हवाला देते हुए अपनी जिम्मेदारी से रुख मोड़ लिया। इसके बाद बुजुर्ग ने वृद्धाश्रम में जाने का मन बना लिया तो तीनों बेटे इस बात पर राजी हो गए। जब टीवी चैनल के लाइव प्रोग्राम में बुजुर्ग महिला ने अपनी दास्तां सुनाई तो बीजेपी नेता की फजीहत होने लगी। तब अपनी बात पर सफाई देते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि, उन्हें नहीं पता कि मां वृंदावन धाम कैसे पहुंच गईं।