लखनऊ। 2022 के विधान सभा चुनावों को अभी सालभर बाकी है लेकिन यूपी में चुनावी मौसम अपने शबाब पर है। मार्च में होने वाले पंचायत चुनावों से पहले यूपी में एमएलसी चुनाव की प्रक्रिया शुरु हो गई है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की 12 विधान परिषद सीटों के लिए चुनाव होने हैं। समाजवादी पार्टी कह और से पूर्व मंत्री अहमद हसन और राजेंद्र चैधरी को प्रत्याशी बनाया है। जानकारी के अनुसार एक सीट पर सपा बसपा में टक्कर होगी।
उधर, बीएसपी ने भी दो विधान परिषद के फार्म खरीदे हैं। ऐसे में एक सीट के लिए सपा और बसपा में अच्छी खींचतान देखने को मिलेगी। बीजेपी 10 सीटें जीतने की स्थिति में है इसलिए उसने सिर्फ 10 फार्म ही खरीदे हैं यानी 12 में से 11 सीटों में कोई मुकाबला नहीं होगा जबकि एक सीट पर सपा और बसपा आमने.सामने हो सकती है।
यूपी के विधानसभा में फिलहाल बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल को मिला कर 319 विधायक हैं। सपा के 48 सदस्य हैं। बसपा के 18 सदस्यों में से पांच ने बीते नवंबर में हुए राज्यसभा चुनाव के बाद पार्टी से बगावत कर दी थी। बसपा ने अपने बागी नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर रखी है जबकि रामवीर उपाध्याय को पार्टी ने सदस्यता से निलंबित कर रखा है।
इस लिहाज से पार्टी सदस्यों की संख्या 10 के करीब मानी जा रही है। वहीं, कांग्रेस के सात विधायकों में से दो बागी रुख अपनाए हुए हैं, जिसके चलते पांच ही विधायक पार्टी के साथ हैं. अभी 12 सीटों के लिए हो रहे विधान परिषद चुनाव में एक एमएलसी सीट पर जीतने के लिए करीब 32 मतों की जरूरत होगी।