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यूपी: योगी सरकार के मंत्री बोले, ‘AIMPLB के प्रवक्ता पहले सिमी के सदस्य थे’

mohsin khan यूपी: योगी सरकार के मंत्री बोले, 'AIMPLB के प्रवक्ता पहले सिमी के सदस्य थे'

लखनऊ: यूपी के अल्‍पसंख्‍यक मंत्री मोहसिन रजा ने एक बार फिर से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर हमला बोला है. मोहसिन रजा ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता कासिम रसूल इलियास पहले सिमी के चेयरमैन थे. मोहसिन रजा ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की जांच कराई जाए. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में पीएफआई जैसे संगठनों को पनपने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में सिमी के लोग हैं.

मोहसिन रजा ने कहा कि हमारे देश ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नाम की एक संस्था और भी है, जिसकी जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता कासिम रसूल इलियास पहले सिमी (SIMI) के चेयरमैन रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि ऐसी संस्थाएं हमारे देश में हैं, जो लोगों को गुमराह करने और कट्टरवाद की ओर ले जाने का काम कर रही हैं.  मोहसिन रजा ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान पीएफआई जैसे संगठनों ने अपने पैर जमाए थे. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने वोट बैंक की राजनीति के लिए देश को आतंकवाद की आग में झोंक दिया.

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों में पीएफआई (PFI) की भूमिका सामने आने के बाद इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसे लेकर भी यूपी के अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने कहा था कि पीएफआई संगठन को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई फंडिंग कर रही है. उन्होंने कहा था कि पीएफआई देश में प्रतिबंधित संगठन सिमी (SIMI) का ही एक रूप है. उन्होंने कहा कि पीएफआई का मकसद मुस्लिम कट्टरवाद को बढ़ावा देना है. मुस्लिम कट्टरवाद को बढ़ावा देकर मुस्लिम युवाओं को भटकाकर आतंकवादी बनाने की कवायद है.

यूपी सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने दावा किया था कि लखनऊ में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे, तब टुकड़े-टुकड़े गैंग का उमर खालिद भी वहां मौजूद था. उन्होंने कहा था कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) पीएसआई जैसे संगठन को मदद दे रहा है. उन्होंने कहा था कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को आईएसआई जैसे संगठन फंडिंग कर रहे हैं. गौरतलब है कि यूपी पुलिस की जांच में हिंसक प्रदर्शनों के पीछे पीएफआई संगठन की भूमिका सामने आई थी. यूपी पुलिस ने इस मामले में पीएफआई के 25 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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