कल बसंत पंचमी यानि 26 जनवरी को ठाकुर बांकेबिहारीजी भक्तों संग होली खेलकर ब्रज में चालीस दिवसीय होली की शुरुआत करेंगे।
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आपको बता दें कि पंचमी पर बसंती पोशाक धारण कर श्रृंगार आरती के बाद सेवायत जब ठाकुरजी का प्रसादी गुलाल भक्तों पर उड़ाएंगे, तो ब्रज में इसी दिन से होली की शुरुआत होगी। उसके बाद ठाकुरजी को गुलाल का फेंटा बांध गाल पर गुलाल लगाकर ही भक्तों को दर्शन देंगे। बसंत पंचमी पर ठा. बांकेबिहारी भक्तों संग होली खेल ब्रज में होली का आगाज करेंगे।
मंदिर में शृंगार आरती के समय गुलाल उड़ाकर ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए होली की शुरुआत करेंगे। ऐसे में मंदिर में प्रवेश करते ही आराध्य के प्रसादी रंग के एक-एक कण में सराबोर होने को उत्साहित श्रद्धालु देश दुनिया से वृंदावन में डेरा डालेंगे।
गौरतलब है कि शाहजी मंदिर स्थित बसंती कमरे के रंगबिरंगे झाड़-फनूस, कलात्मक दर्पण से निकलती प्रकाश की अद्भुत किरणें और कमरे के बीच फव्वारों के सामने रत्नजड़ित सिंहासन पर विराजमान ठा. राधारमणलालजू की झलक को अपलक निहारते भक्त कमरे की आभा में डूबे नजर आएंगे। कमरे में रंगबिरंगी झाड़ फनूस से झांकती रोशनी भक्तों को आल्हादित करेगी। मंदिर में स्थित संमगरमर के टेढ़े खंभे और मुंडेर पर रोमन व इटेलियन शैली का झलक जब भक्तों को आल्हादित करेगी।