लखनऊ: कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार में 16000 से अधिक कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द करने का फैसला किया है। विशेषकर एंबुलेंस के कर्मचारी जो लगातार मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं। उन पर भी इस महामारी का साफ असर देखा जा सकता है।
102 और 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
उत्तर प्रदेश में 102 और 108 नंबर की एंबुलेंस सेवा निशुल्क शुरू की गई थी। जो इन दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूत कड़ी बनकर सामने आए हैं। इन सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स पर कोरोना महामारी के चलते बड़ा प्रभाव पड़ा है, 24 घंटे सेवा देने के साथ-साथ अब उनकी छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं।
पिछले महीने ढाई लाख मरीजों को दी सेवा
एक आंकड़े के अनुसार 22 मार्च से 22 अप्रैल के बीच में 108 एंबुलेंस सेवा के द्वारा दो लाख से अधिक मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। लगातार कोरोना और अन्य बीमारियों से ग्रसित लोग इस एंबुलेंस की सेवा का लाभ उठा रहे हैं। 102 और 108 एंबुलेंस के कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं।
इसी का परिणाम है कि बहुत सारे लोगों की जिंदगी बच रही है। कई बार मरीजों को अस्पताल में बेड नहीं मिलता। ऐसे में एंबुलेंस को ही बेड की तरीके से इस्तेमाल करना पड़ता है। इस भयंकर परिस्थिति में भी सारे कर्मचारी पूरी मेहनत के साथ लगे हुए हैं।
डबल मास्क लगाकर कर रहे काम
एंबुलेंस के ड्राइवर से लेकर आने कर्मचारी 2-2 मास्क लगाकर खुद को सुरक्षित रख रहे हैं। उन्हें चाय की जगह पर काढ़ा दिया जा रहा है, जिससे इम्यूनिटी बेहतर रहे। कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी विशेष निगरानी में रखा जा रहा है। सभी की थर्मल स्कैनिंग की जाती है। इसके साथ ही उनके बीच उचित दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी टीम इलेवन के साथ बैठक की और कई विषयों पर अपने विचार रखे। उन्होंने एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम को भी बेहतर करने की बात कही। रिस्पांस टाइम को कम कर के मरीजों को जल्दी सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सभी कॉल सेंटर और अन्य कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं।