लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को पोषण सप्ताह कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जनपद कासगंज के बहादुर नगर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में इस कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित धात्री एवं गर्भवती माताओं की गोद भराई की और शिशुओं का अनुप्राशन भी किया। आंगनबाड़ी केन्द्र पर उन्होंने आवश्यक सामग्री का वितरण भी किया।
कुपोषण मिटाने के लिए सरकार ने पोषण अभियान शुरू किया
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी गांव के समस्त स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़ी रहती है इसलिए उसे गांव में गर्भवती और धात्री महिलाओं को उचित पोषण के प्रति जागरूक करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने जन-आन्दोलन और जन भागीदारी से देश से कुपोषण मिटाने के लिए पोषण अभियान प्रारम्भ किया। प्रतिवर्ष एक से सात सितम्बर तक पोषण सप्ताह तथा एक से 30 सितम्बर तक पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि लोग संतुलित आहार के प्रति जागरूक हों।
कुष्ठ आश्रम भी पहुंची राज्यपाल
उन्होंने अपने संबोधन में जननी महिलाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गोद भराई जैसे कार्यक्रमों का प्रारम्भ करके उन्हे उचित पोषण से जोड़ने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन्म से छह वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और किशोरी बालिकाओं में कुपोषण कम करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। राज्यपाल ने कहा कि बालिकाओं को संपूर्ण पोषण मिलना चाहिए जिससे वे स्वयं भी स्वस्थ रह सकें और भविष्य में स्वस्थ बच्चों को जन्म देने में समर्थ हो सकें। कासगंज भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने जनपद में लहरा रोड सोरो स्थित कुष्ठ आश्रम जाकर आवासित रोगियों का हाल-चाल लिया तथा आश्रम में रोगियों के लिये एल.ई.डी सोलर लाईट, चादर, कम्बल एवं फल वितरित किए।