नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार अपने नेताओं पर मेहरबानी करती नजर आ रही है। दरअसल बीजेपी से मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेंद्र अग्रवाल समेत कई नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस करने की तैयारी कर रही है।
मुकदमे वापस करने की तैयारी
इसी बारे में प्रदेश सरकार गृह विभाग की ओर से जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि मुकदमा वापसी के लिए इन सभी की रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जाए। सपा और बसपा सरकार में जो मुकदमे दर्ज किए गए हैं उन्हें वापस करने की तैयारी है।
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सांसद राजेंद्र अग्रवाल पर थाना नौचंदी में वर्ष 2012 में 126 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। अब सरकार इन मुकदमों की वापसी की तैयारी में है। इसी तरह पूर्व विधायक अमित अग्रवाल पर थाना सिविल लाइन में अपराध संख्या 716/2013 तथा 226/2007 वन्य अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज हैं। दोनों मुकदमों को ही वापस लेने की तैयारी है।
इन नेताओं पर भी मेहरबानी की तैयारी
साथ ही भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा पर थाना नौचंदी में दर्ज मुकदमा संख्या 162 व 163 वर्ष 2006 को शासन द्वारा वापस करने के लिए पत्र जारी किया गया है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय त्यागी पर थाना मेडिकल में वर्ष 2006 में दर्ज मुकदमे को वापस लेने की बात कही जा रही है।
महानगर उपाध्यक्ष विवेक रस्तोगी पर 2017 में थाना जानी में और भाजयुमो नेता आशीष प्रताप पर वर्ष 2006 व 2008 में थाना सिविल लाइन में दर्ज मुकदमों को वापस करने के लिए पत्र लिखा गया है। गृह विभाग द्वारा इन सभी मुकदमों के बारे में विस्तार से रिपोर्ट देने के लिए कहा है। वहीं इस मामले में एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि इस बारे में अभी उन्हें जानकारी नहीं है। हमें अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं।