गोंडा जिले की 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों को उतार दिया है । तो वहीं दूसरी तरफ टिकट ना मिलने से बीजेपी के अंदर अंतरकलह भी देखने को मिल रही है।
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टिकट की दावेदारी कर रहे उन नेताओं में भी अब नाराजगी का दौर शुरू हो गया है । जिनको पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। गोंडा जिले में करीब 8 वर्षों से सक्रिय भाजपा नेता विनोद शुक्ला ने भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा भेजने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
पत्रकार वार्ता कर उन्होंने बीजेपी के नेताओं पर करारा हमला किया है। इस दौरान गोंडा के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह लगातार भारतीय जनता पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं। मेरा टिकट लगभग फाइनल था। आखिरी क्षणों में भारतीय जनता पार्टी ने अपने उन्हीं पुश्तैनी और पुराने चेहरों पर दांव लगाया है जिनको सियासत विरासत में मिली है।
हालांकि टिकट के लिए मुझे दिल्ली से भी फोन आया था। मेरी बात भी हुई थी। लेकिन बड़े नेता के ना चाहने के कारण मुझे टिकट नहीं मिला। वही गोंडा के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोंडा के बड़े नेता मोदी और अमित शाह से भी बड़े हो गए हैं । यह लोग चाहते हैं कि उनके बेटे और घर में ही सांसद और विधायक की मौजूद रहे। जिसका खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ेगा।