UP Election || उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की नज़दीकियों के साथ सियासी उठापटक का दौर हर दिन एक नया मोड़ सामने लेकर आ रहा है। इसी बीच खबर आ रही है कि भाजपा के पूर्व उपाध्याय दिवंगत उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला गुरुवार शाम अचानक से समाजवादी पार्टी में शामिल होगी है। वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक संभावना यह है कि समाजवादी पार्टी की ओर से सुभावती शुक्ला को गोरखपुर से सीएम योगी के खिलाफ खड़ा कर सकती है।
आपको बता दें सुभावती शुक्ला कि पति उपेंद्र दत्त शुक्ला एक प्रसिद्ध ब्राह्मण चेहरा रहे हैं। जो योगी आदित्यनाथ द्वारा खाली की गई सीट पर 2018 में गोरखपुर में उपचुनाव में हार गए थे। उस वक्त उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद ने उन्हें मात दी थी।
उस वक्त चर्चा यह थी कि योगी आदित्यनाथ के साथ अपने तनावपूर्ण संबंध के कारण उनकी हार हुई है इससे क्षेत्र के ठाकुर और ब्राह्मण समुदाय के लोगों में तनाव बढ़ गया।
जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने योगी आदित्यनाथ का सामना करने के लिए सुभावती शुक्ला को चुनावी मैदान में उतारकर ब्राह्मण समर्थन हासिल करने की योजना बनाई है।
वही गोरखपुर सीट, भगवा पार्टी का गढ़ होने के बावजूद, भी आज़ाद समाज पार्टी के संस्थापक और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
हालांकि इस सीट पर होने वाले चुनाव के लिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि अक्सर उम्मीदवारों की पसंद ठाकुर ब्राह्मण विभाजन को बढ़ाती है, और यही पूर्वांचल राजनीति की पहचान है।
आपको बता दे सबसे दिलचस्प बात यह है कि हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय तिवारी ने सुभावती शुक्ला को सपा में शामिल होने और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए मनाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है हालाकी योगी आदित्यनाथ और तिवारी परिवार के बीच में प्रतिद्वंदिता क्षेत्र में पहले से ही काफी प्रसिद्ध है।
गोरखपुर सीट पर छठे चरण में 3 मार्च को चुनाव होने हैं। पूर्वांचल की राजधानी गोरखपुर में कुल 160 विधानसभा सीटें है।