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विद्यार्थियों को परिश्रम की परिभाषा समझाएगी LU की ‘कर्मयोगी स्कीम’

विद्यार्थियों को परिश्रम की परिभाषा समझाएगी LU की ‘कर्मयोगी स्कीम’

लखनऊ: लखनऊ विश्विद्यालय Earn While You Learn की तर्ज़ पर विद्यार्थियों के लिए ‘कर्मियोगी छात्रवृत्ति योजना’ लाया है जिसके अंतर्गत चयनित स्टूडेंट्स रोजाना दो घंटे कार्य कर 300 रुपए कमा सकेंगे। छात्रों के लिए इस योजना की अवधी लगभग 50 दिन होगी। डीन ऑफ़ स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) प्रो. पूनम टंडन के मुताबिक, इस योजना के तहत विद्यार्थियों के स्किल डेवेलप होंगे और उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ परिश्रम की परिभाषा समझने का मौका मिलेगा।

वहीं इस योजना में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों ने भी विवि प्रशासन की बात पर सहमति जताई है। भारतखबर.कॉम से विद्यार्थियों ने ख़ास बातचीत में बताया है कि ‘कर्मयोगी स्कीम’ के तहत उन्हें पेड इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा और वे खुद को ग्रूम कर सकेंगे।

पैसों से ज्यादा एक्सपीरियंस जरूरी

निकिता तिवारी (Persuing Ph.d, University of Lucknow) का कहना है कि कर्मियोगी छात्रवृत्ति योजना से हमें कार्य क्षेत्र में अनुभव लेना का मौका मिलेगा। निकिता ने कहा है कि पेमेंट से ज्यादा छात्रों के लिए एक्सपीरियंस जरूरी है जो भविष्य में काम आएगा। हालांकि, इस पेड इंटर्नशिप से छात्र आर्थिक रूप से भी मज़बूत होगा। इस योजना के तहत चयनित स्टूडेंट्स अपने इंटरेस्ट के कार्य क्षेत्र में काम करेंगे और उन्हें इसका पेमेंट भी मिलेगा, इससे पैरेंट्स का बोझ भी थोड़ा हल्का होगा और स्टूडेंट के पास स्किल को ग्रूम करने का भी मौका रहेगा। साथ ही एक सोर्से ऑफ़ इनकम भी बढ़ेगी।

विद्यार्थी बोले- कार्य क्षेत्र के एक्सपीरियंस से हटेगा फ्रेशेर का टैग
Nikita Tiwari
Persuing Ph.d
University of Lucknow

उन्होंने कहा है कि इंटर्नशिप पूरी होने के बाद जो सर्टिफिकेट मिलेगा वो भविष्य में बहुत काम आएगा क्योंकि सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण रहेगा की हम फ्रेशेर्स नहीं हैं, हमारे पास एकेडमिक क्वालिफिकेशन के साथ-साथ वर्किंग एक्सपीरियंस भी है। निकिता के मुताबिक, ‘विवि की फैकल्टी शुरू से छात्र-छात्राओं के सपोर्ट में रहती है, मेरे डिपार्टमेंट के हेड ने ही मुझे प्रेरित किया कि मैं इस स्कीम में प्रतिभाग करूं। सभी टीचर्स हेल्पफुल हैं, सपोर्टिव हैं।’

शुरुआती दौर में कुछ अलग करने का मिलेगा मौका

आदित्य गुप्ता (Persuing Ph.D (Chemistry), University of Lucknow) का कहना है कि इस योजना के तहत पढ़ाई के दौर में कुछ अलग और नया करने का मौका मिलेगा। स्टूडेंट्स के पास स्किल को डेवेलप करने के लिए ये एक बेहतर प्लेटफार्म है। उन्होंने कहा है कि यूनिवर्सिटी में ज्यादातर छात्रों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में उन्हें काम के साथ-साथ पेमेंट भी मिलेगा तो उनका अनुभव दोगुना हो जाएगा। उन्होंने कहा है कि योजना का फॉर्म भरते वक्त और इंटरव्यू के समय, दोनों में ही हमसे पूछा गया था की हम क्या अलग कर सकते हैं, यानी शुरूआती दौर में ही हमें ऐसा प्लेटफार्म मिल रहा है जो लीग से हटकर है।

-विद्यार्थी बोले- कार्य क्षेत्र के एक्सपीरियंस से हटेगा फ्रेशेर का टैग
ADITYA GUPTA
Persuing Ph.D
(Chemistry)
University of Lucknow

वहीं आदित्य का कहना है कि फैकल्टी द्वारा भी हमें इस योजना में प्रतिभाग करने के लिए काफी प्रेरित किया गया है। एलयू के टीचर्स शुरू से ही छात्रों को आगे बढ़ने व बढ़ाने के लिए प्रेरणा देते हैं। उनका सपोर्ट काफी रहता है। आदित्य का कहना है कि कर्मियोगी छात्रवृत्ति योजना असल मायनों में हमें पढ़ाई के साथ-साथ कार्य क्षेत्र में अनुभव का मौका दे रही है।

कार्यक्षेत्र का ज्ञान भविष्य के लिए फायदेमंद

प्रखर मिश्रा (Persuing Ph.D from University of Lucknow) का कहना है कि इस योजना के तहत कार्यक्षेत्र के ज्ञान से रूबरू होने का मौका मिलेगा जो भविष्य में काफी फायदेमंद साबित होगा। जब छात्र नौकरी के लिए जाता है तो कई बार फ्रेशर होने के कारण उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस स्कीम के तहत चयनित छात्रों पर फ्रेशेर्स का टैग नहीं रहेगा। स्टूडेंट्स के पास इंटर्नशिप का सर्टिफिकेट रहेगा जिससे वो यह कह पाएंगे की उनके पास किताबों के अलावा काम का भी ज्ञान है। कार्यक्षेत्र का ज्ञान हमें भविष्य में नौकरी दिलाने में काम आएगा।

विद्यार्थी बोले- कार्य क्षेत्र के एक्सपीरियंस से हटेगा फ्रेशेर का टैग
PRAKHAR MISHRA
Persuing Ph.D
University of Lucknow

प्रखर का कहना है कि टीचर्स और फैकल्टी के माध्यम से ही यूनिवर्सिटी की इस योजना के बारे में पता चला था और उन्होंने ही इसमें प्रतिभाग करने के लिए कहा था। टीचर्स सभी स्टूडेंट्स को सपोर्ट करते हैं और यही कारण है कि एलयू में जो भी स्कीम लॉन्च होती है, उसमें छात्रों का पार्टिसिपेशन ज्यादा से ज्यादा रहता है।

क्या है कर्मयोगी स्कीम

कर्मयोगी छात्रवृत्ति योजना के तहत चयनित स्टूडेंट्स को रोजाना दो घंटे काम के एवज में 300 रुपए मिलेंगे। छात्रों के लिए इस योजना की अवधी लगभग 50 दिन होगी। योजना के अंतर्गत 540 आवेदन आए जिसमें विभिन्न संकायों से लगभग 71 विद्यार्थी चयनित किए गए। बता दें कि ऐसी योजना को इंट्रोड्यूस कराने वाली लखनऊ यूनिवर्सिटी देश की पहली यूनिवर्सिटी है।

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