अमित गोस्वामी, संवाददाता
गिरिराज जी की परिक्रमा में माघ पूर्णिमा पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों ने मनोकामना पूरी होने के लिए राधाकुंड में डुबकी लगाई।
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गिरिराज महाराज एवं राधे-राधे के उद्घोषों से परिक्रमा में भक्ति की धारा प्रवाहित हुई। दान-पुण्य के लिए जगह-जगह प्रसादी वितरित की गई। मौसम में सर्दी के कम होते ही माघ की एकादशी से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया। एकादशी से लेकर पूर्णिमासी तक कई लाख भक्त गिरिराज जी की शरण में पहुंचे।
राधाकुंड के गोपीनाथ घाट, पंच पांडव घाट, सब्जी मंडी घाट पर डुबकी लगाकर स्नान किया। संगम घाट गिरिराज महाराज का पंचामृत एवं राधाकुंड के जल से अभिषेक किया।
महाराष्ट्र से आए महेश बागड़े ने बताया कि वे अपने इष्ट मित्रों के साथ गिरिराज बाबा के दरबार में पहुंचे हैं। उन्होंने संगीत में कीर्तन करते हुए परिक्रमा लगाई है। माघू पूर्णिमा पर जगह-जगह भंडारे एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। भक्तों ने आन्यौर, पूंछरी, जतीपुरा व राधाकुंड होकर परिक्रमा लगाई।