लखनऊ: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए 2,846 नव चयनित प्रवक्ताओं एवं सहायक अध्यापकों का ऑनलाइन पदस्थापन एवं नियुक्ति पत्र बांटा। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तेजी से पूरा करते हुए बेसिक, माध्यमिक, उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के लगभग 1.5 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की है। शिक्षा को पुस्तकीय ज्ञान के साथ ही इनोवेशन, नए अनुसंधान व शोध का माध्यम बनाने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति लाई गई।
चार साल में 4.5 लाख युवाओं को नौकरी
सीएम योगी ने कहा, वर्ष 2022 से देश नई शिक्षा नीति के साथ आगे बढ़ेगा। इसे लागू करने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार। उत्तर प्रदेश में पिछले सवा 4 वर्षों में 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा, पिछले 15-20 वर्षों के यूपी शासन में किसी भी सरकार के कार्यकाल में इतनी नियुक्तियों के आंकड़े नहीं मिलेंगे। पिछली सरकारों की बेईमानी, वंशवाद, जातिवाद व भ्रष्टाचार से भरी गिद्ध दृष्टि के कारण परीक्षाएं, न्यायालय के स्थगन आदेश पर रुकी हुई थीं।
यूपी सरकार ने सभी समस्याओं का किया समाधान
सूबे के मुखिया ने कहा कि मार्च, 2017 के बाद यूपी सरकार ने एक-एक कर सभी समस्याओं का समाधान किया। अपने जिले, गांव और घर के पास ही नौजवानों को रोजगार एवं नौकरी मिले, यह पिछली सरकारों की मंशा नहीं थी। नौजवान प्रदेश से पलायन कर रहा था।
उन्होंने कहा, आज ‘मिशन रोजगार’ के तहत रोजगार देकर प्रदेश से युवाओं का पलायन रोका गया। अगर शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे तो छात्र उनको सदैव स्मरण करेंगे और अगर लापरवाही की तो वही छात्र जिंदगी भर उन्हें कोसेंगे। यदि कोई शिक्षक एक विद्यार्थी के रूप में सतत सीखने की जिज्ञासा के साथ कार्य करेगा तो वह जीवनपर्यंत एक सुयोग्य शिक्षक के रूप में जाना जाएगा।