लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन की प्रगति समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि, कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी देश-विदेश के निवेशकों ने यूपी सरकार की इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियों पर भरोसा जताते हुए निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।
निवेश प्रस्तावों पर अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों को सभी निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए कार्ययोजना बनाकर उसका समयबद्ध और शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश ने कोविड-19 के खिलाफ जंग को लड़ने के साथ-साथ सावधानियां बरतते हुए औद्योगिक इकाइयों को संचालित करने का कार्य किया है। इसी क्रम में औद्योगिक गतिविधियों का दायरा बढ़ाते हुए कोरोना कालखंड में प्राप्त प्रस्तावों को शीघ्रता से लागू किया जाए।
सूबे के मुखिया ने कहा कि, इसके लिए निवेशकों से सतत संपर्क बनाए रखते हुए उन्हें नीति के अनुरूप हर संभव सुविधा और प्रोत्साहन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने इन्वेस्टर्स को अपने उद्यम की स्थापना करने में कोई असुविधा न हो, यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
‘उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2021’ नीति
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, ऑक्सीजन उत्पादन में निवेश को प्रोत्साहित करते हुए राज्य को मेडिकल और इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यूपी सरकार द्वारा मई में ‘उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2021’ लागू की गई है। इस नीति के आकर्षक प्रावधानों के परिणामस्वरूप ऑक्सीजन उत्पादन से जुड़ी अनेक प्रतिष्ठित कम्पनियों ने प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना में रुचि दिखाई है।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह इन कंपनियों के शीर्ष प्रबन्धन से नियमित सम्पर्क में रहते हुए परियोजनाओं को स्थापित कराने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करें। सभी लंबित MoU के क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित विभाग प्रभावी कार्यवाही करें।
सभी जिलों में मंडल स्तरीय बैठक के निर्देश
उन्होंने कहा कि, राज्य स्तर पर नियमित समीक्षा के साथ-साथ जिला स्तरीय उद्योग बन्धु की बैठक के माध्यम से निवेशकों की स्थानीय समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निराकरण किया जाए। मंडल स्तरीय उद्योग बन्धु की बैठक में सम्बन्धित जनपदों की कार्यवाही का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए।