लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। अब प्रमोट करने के आधार पर तैयार रिजल्ट जुलाई में जारी किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से 10वीं और 12वीं के परिणाम जुलाई में जारी किए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बुधवार को अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
UG-PG में एडमिशन को लेकर भी निर्देश
डिप्टी सीएम ने आज निर्देश देते हुए कहा कि, प्रधानाचार्य और शिक्षकों का ऑनलाइन ट्रांसफर होगा। ट्रांसफर के लिए पोर्टल अधिकारियों को 28 जून तक पोर्टल खोलने के निर्देश दिए हैं। साथ ही UG और PG में एडमिशन प्रक्रिया निर्धारण को लेकर भी निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि, अब संस्कृत अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया तेज होगी और चयनित शिक्षकों को तत्काल नियुक्ति के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट रिजल्ट तैयार करने का फॉर्मूला तय कर दिया है। हालांकि, फॉर्मूले से असंतुष्ट छात्र परीक्षा दे सकेंगे।
56 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन
आपको बता दें कि यूपी बोर्ड जल्द से जल्द रिजल्ट जारी करने के प्रयास में है। इन दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुल 56,04,628 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। इनमें से हाईस्कूल के लिए 29,94,312 स्टूडेंट्स और इंटरमीडिएट के लिए 26,10,316 स्टूडेंट्स ने रिजस्ट्रेशन कराया है।
बोर्ड रिजल्ट तैयार करने का फॉर्मूला
इंटरमीडिएट (12वीं) रिजल्ट: हाईस्कूल के 50 प्रतिशत अंक, 11वीं के 40 प्रतिशत अंक और 12वीं प्री-बोर्ड के 10 प्रतिशत अंक को आधार बनाकर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। वहीं, हाईस्कूल (10वीं) रिजल्ट: कक्षा नौ की परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक और कक्षा 10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। खास बात यह है कि इन अंकों से असंतुष्ट छात्र परिस्थितियां सामान्य होने पर परीक्षा देकर अपना रिजल्ट सुधार सकेंगे। हालांकि, परीक्षार्थियों से ली गई एग्जाम फीस वापस नहीं की जाएगी।