लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की दूसरी लहर करीब-करीब काबू होने जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुट गई है। बीती 31 मई को बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह राजधानी लखनऊ पहुंचे।
बीएल संतोष ने अपने लखनऊ प्रवास के दौरान योगी आदित्यनाथ सरकार और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों के साथ बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने उनके काम-काज की समीक्षा की और मिशन-2022 में सत्ता बरकरार रखने के मंत्र भी दिए।
भाजपा नेताओं के गतिरोध को खत्म करने की जिम्मेदारी
यूपी में भाजपा नेताओं के बीच जारी गतिरोध को खत्म करने की जिम्मेदारी केंद्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष पर है, जो प्रधानमंत्री मोदी के खास एके शर्मा की यूपी में एंट्री के बाद से सबके सामने आया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी शर्त पर एके शर्मा को गृह विभाग और कार्मिक विभाग देने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि अगर ऐसा होता है तो जनता में साफ संदेश जाएगा कि योगी के पर कतर दिए गए हैं। सीएम योगी जनता के बीच ऐसा संदेश बिल्कुल जाने नहीं देना चाहते हैं।
इसके अलावा पार्टी संगठन में बाहरियों को भाव देने से भी नाराजगी है। जमीनी कार्यकर्ता लगातार शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। ऐसे में राजधानी पहुंचे बीएल संतोष ने मंत्रियों से अकेले-अकेले मुलाकात की।
पहले दिन मुख्यमंत्री के साथ डिनर पर मुलाकात
अपने प्रवास के पहले दिन केंद्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और राधामोहन सिंह ने यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना, जय प्रताप सिंह, दारा सिंह चौहान, महेंद्र सिंह, बृजेश पाठक सहित सात मंत्रियों से मुलाकात की। इसी दिन शाम में बीएल संतोष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की और डिनर पर हुई यह मुलाकात करीब ढाई घंटे तक चली थी।
दूसरे दिन इन कद्दावर नेताओं से मुलाकात
इसके बाद दूसरे दिन बीएल संतोष ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे कद्दावर नेताओं से मुलाकात की और उनसे अलग-अलग फीडबैक लिया। इसके उन्होंने संघ के नेताओं से फीडबैक लिया।
तीसरे दिन मंत्रियों व मीडिया-आइटी सेल से संवाद
तीसरे दिन यानी बुधवार को बीएल संतोष ने मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, मोहसिन रजा, स्वाति सिंह सरीखे नेताओं ने मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने मीडिया व आइटी सेल के पदधिकारियों से भी संवाद किया और सभी से सवाल-जवाब भी किए। बैठक के दौरान उनका जोर केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की उपलब्धियों और अच्छे कार्यों व संगठन के सेवा कार्यों की जानकारी सुलभता से लोगों तक पहुंचाने पर रहा।
केंद्रीय संगठन को सौपेंगे रिपोर्ट
बीएल संतोष ने इस संबंध में सभी पदाधिकारियों से फीडबैक तो लिया ही, उन्हें आमजन को नीतियों के प्रति सृजनात्मक ढंग से आकर्षित करने के संबंध में नए सुझावों पर भी अमल करने को कहा। अब राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष अपनी रिपोर्ट केंद्रीय संगठन को देंगे, जिसके बाद यूपी में फेरबदल संभव है। हालांकि, बीजेपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर रिस्क नहीं लेना चाहेगी।