उन्नावः उत्तर प्रदेश की पुलिस इतिहास से भी सबक लेना ठीक नहीं समझती। कानपुर बिकरू कांड से भी पुलिस कुछ सीख नहीं पाई। ऐसा ही कुछ हादसा उन्नाव जिले में उस वक्त हुआ जब पुलिस दो युवकों की मौत के बाद दूसरे दिन बुधवार को उपद्रव कर रहे लोगों से निपटने पहुंची। खाली हाथ पहुंची पुलिस पर लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया।
तस्वीरों में देख सकते हैं कि सिर पर हेलमेट की जगह स्टूल लगाया और हाथों में क्रेट की जगह लकड़ी की टोकरी पकड़े हुए हैं। लोगों के हमलावार होने पर पुलिस को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। तीन घंटे तक चले बवाल में एक दारोगा सहित 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
थाना कोतवाली सदर क्षेत्रातंर्गत मगरवारा में जाम लगाने व पुलिस पर पथराव करने के संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक उन्नाव द्वारा दी गई बाइट @Uppolice pic.twitter.com/GxhegqISPh
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) June 16, 2021
दरअसल, मंगलवाल को एक सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत हो गई थी, परिजन शव लेकर बुधवार सुबह से ही उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग को जाम कर दिया। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने गांव वालों के कब्जे से सड़क खाली कराने का प्रयास किया। जिसके तहत बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने लाठियां पटकनी शुरू कर दीं। जिस पर ग्रामीण भड़क उठे और पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के कई वाहनों को भी तोड़ डाला।
थाना कोतवाली सदर क्षेत्रांतर्गत जाम लगाने व पुलिस पर पथराव करने वालों के विरुद्ध कृत कार्यवाही के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक उन्नाव द्वारा दी गई बाइट @Uppolice pic.twitter.com/DTLAWcLm2B
— UNNAO POLICE (@unnaopolice) June 17, 2021
बवाल को बढ़ता देख की थानों की पुलिस फोर्स, स्वॉट टीम और महिला फोर्स को बुलाया गया। जब ये टीम घटनास्थल पर पहुंची तो वहां का नजारा देखने ही लायक था। पुलिसवालों के हाथ में लकड़ी के टोकरे और प्लास्टिक की क्रेट ढाल के तौर पर थीं। सिर पर भी हेलमेट की जगह प्लास्टिक का स्टूल बचाव कर रहा था।
इस दौरान पथराव में एसडीएम सदर, सीओ, एक दारोगा सहित कुल 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
‼️पथराव प्रकरण में कठोर कार्यवाही,43 उपद्रवी गिरफ्तार। 100 नामजद व 250 अज्ञात पर दर्ज है मुकदमा‼️ @Uppolice pic.twitter.com/fqwqQhZQPi
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गौरतलब है कि बीते मंगलवार को अकरमपुर के पास कार और बाइक की टक्कर में मगरवारा पुलिस चौकी के पास स्थित देवी खेड़ा गांव के रहने वाले राजेश और विपिन की मौत हो गई थी। स्वाजनों ने कार सवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रशासन ने 5-5 लाख रुपए की मदद का आश्वासन देते हुए कार सावर के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया। पूरी रात बीत जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो नाराज ग्रामीणों ने शुक्लागंज रोड़ पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया।