लखनऊ। ब्लाक प्रमुख चुनाव के दिन कवरेज के दौरान उन्नाव के मियागंज में सीडीओ द्वारा पत्रकार की पिटाई मामले में समझौता हो गया है।
सीडीओ ने इस मामले में पत्रकार कृष्णा तिवारी को मिठाई खिलाकर मामले का पटाक्षेप कर दिया है। सीडीओ दिव्यांशु पटेल और पत्रकार कृष्णा तिवारी ने वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी है।
गौरतलब है कि ब्लाक प्रमुख चुनाव के दौरान टीवी पत्रकार कृष्णा तिवारी ने आरोप लगाया था कि अधिकारी बीडीसी सदस्यों को मतदान से रोक रहे थे। साथ ही उनके अपहरण में मदद भी कर रहे थे।
इन घटनाओं का उन्होंने जब वीडियो बनाया जो वहां मौजदू सीडीओ दिव्यांशु पटेल अपना आपा खो बैठे और सबके सामने उनकी पिटाई कर दी। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया।
घटना के बाद उन्नाव में पत्रकारों का समूह सीडीओ दिव्यांशु पटेल पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गया। उन्नाव से लेकर लखनऊ तक पत्रकारों ने इस मामले में आपत्ति जाहिर की।
उसके बाद डीएम रविंद्र कुमार ने सफाई दी थी कि पत्रकारों से बात हुई है। पीड़ित पत्रकार ने लिखित शिकायत के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। घटना के अगले दिन ही दोनों पक्षों में समझौत हो गया है।
अब पत्रकार ने कहा धक्कामुक्की हुई
समझौते के बाद पत्रकार कृष्णा तिवारी ने कहा कि चुनाव के दौरान पार्टियों के कुछ कार्यकर्ता आ गए थे। उनको पुलिस ने खदेड़ा था। इस दौरान वीडियो बनाने के वहां मौजूद सीडीओ ने धक्कामुक्की कर दी। हालांकि वह कुछ दिन पहले ही यहां आए थे इसलिए मुझे पहचानते नहीं थे। जिस कारण यह हादसा हुआ।
उन्होंने कहा कि जब इस बात की उनको जानकारी हुई तो उन्होंने देर रात फोन कर मुझसे माफी मांगी। उन्होंने कहा कि अगर पहचानता तो ये गलती नहीं होती। पत्रकार ने कहा कि सीडीओ उनके घर आए, परिवार वालों से भी बात की। इस बात के बाद मुझे उनसे कोई आपत्ति नहीं है।
सीडीओ बोले- भीड़ में पहचान ना पाने के कारण हुई गलती
सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने कहा कि चुनाव के दौरान काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। उसी भीड़ को खदेड़ने के दौरान मैं कृष्णा तिवारी को पहचान नहीं पाया। भीड़ की वजह से मुझसे गलती हो गई।
लेकिन, इसका मुझे जब आभास हुआ तो मैंने कृष्णा तिवारी से फोन कर माफी मांग ली थी। सुबह उनसे और उनके परिवार से भी मिला हूं। मैंने जानबूझकर ऐसा कृत्य नहीं किया है। जो हुआ उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं।