लखनऊ: यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। ये सभी अपने आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेंगे और उन्हें सुविधा संपन्न बनाने की तरफ जोर दिया जाएगा।
कुपोषण और क्षय रोग से मिलेगी मुक्ति
ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण और क्षय रोग अभी भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है। इन बीमारियों से ग्रसित बच्चों की संख्या में कमी आए इसके लिए यह तरीका अपनाया जा रहा है। इन्हीं सब समस्याओं से निपटने के लिए विश्वविद्यालय को जिम्मेदारी दी जा रही है, मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल संवाद में राज्यपाल की तरफ से यह निर्देश दिया गया।
महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर
विश्वविद्यालय में कुशल टीचर और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। इन्हीं का इस्तेमाल अब ग्रामीण स्तर पर स्किल डेवलपमेंट के लिए भी किया जाएगा। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान से लेकर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और अन्य ग्रामीण महिलाओं को अलग-अलग कार्यक्रम के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
इसमें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में उनको जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं, नवनिर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों को भी प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय की होगी। उनके अंदर आत्मविश्वास पैदा करके विकास कार्यों के लिए प्रेरित किया जाएगा।