मेरठ। बेसिक शिक्षा विभाग के अनूठे कारनामे से बेसिक शिक्षक चकरघिन्नी बन गए हैं। विभाग ने पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के कंबाइंड पेपर कराने के आदेश जारी किए हैं। जबकि आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राएं एक दिन में पांच-पांच विषयों के पेपर देंगे।
कोरोना के चलते बेसिक स्कूल साल भर बंद रहे। छात्रों ने घर पर बैठकर पढ़ाई की। बेसिक शिक्षकों ने इस दौरान तमाम नए प्रयोग भी किए।
मार्च में स्कूल खोले गए थे। शिक्षक यह मानक चल रहे थे कि इस बार बच्चों को उनकी परफार्मेंस के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। परीक्षाएं कराई जाएंगी या नहीं इस बारे में विभाग ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया था।
मगर अब आए आदेश के बाद परीक्षा मजाक बनकर रह गई है। विभाग के आदेश के मुताबिक पहली से सातवीं कक्षा तक कंबाइंड पेपर होगा। यानी सारे विषयों की एक ही परीक्षा होगी। जबकि आठवीं कक्षा के बच्चों का एक ही पेपर होगा।
इस बारे में शिक्षकों का कहना है कि विभाग ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि परीक्षा कैसे कराई जानी है। पेपर कैसे बनाया जाएगा। बच्चों को अलग-अलग बुलाना है या दिन में एक ही साथ। तमाम ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब का शिक्षकों को इंतजार है। फिलहाल विभाग के इस आदेश से शिक्षक चकरघिन्नी बने हुए हैं और एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि कैसे होगा।