नई दिल्ली। मोदी सरकार के मंत्री और बीजेपी के कार्यकर्ता एनडीए सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर घर-घर जाकर लोगों को काम का हिसाब दे रहे हैं। इस अभियान को पार्टी ने ‘संपर्क फॉर समर्थन’ का नाम दिया है। इसी अभियान के तहत केंद्रीय मंत्री विजय गोयल दिल्ली में शाही इमाम के पास पहुंचे, जहां उन्हें शाही इमाम की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री और दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल शनिवार को पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी से मिलने पहुंचे। इस दौरान विजय गोयल ने उन्हें मोदी सरकार के काम के बारे में बताया। विजय गोयल से मुलाकात में शाही इमाम ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
वहीं शाही इमाम ने विजय गोयल के सामने ही बीजेपी के कामों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी का रिकॉर्ड सवालों के घेरे में है। शाही इमाम ने यहां पीएम नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक तरफ कहते हैं कि एक हाथ में कुरान और दूसरे में कम्प्यूटर होना चाहिए, लेकिन यहां लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) की घटनाएं हो रही हैं।
हालांकि, मुलाकात के बाद जब विजय गोयल बाहर आए तो उन्होंने काफी सीधे तरीके से इसका बचाव किया। विजय गोयल ने शाही इमाम के बयान पर कहा कि ये वक्त समर्थन मांगने का है ना कि उनके बयान पर काउंटर करने का उनकी कुछ समस्या जरूर है। उसको लेकर उनके साथ हम फिर बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि हम विवाद में जाना नहीं चाहते हमारा मकसद सभी लोगों से समर्थन लेना है। उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत किसी को वोट नहीं मिलते हैं। इसके साथ शाही इमाम को जिन मुद्दों को लेकर नाराजगी है उस पर फिर से मुलाकात करेंगे।
बता दें कि मोदी सरकार के मंत्री देश की अलग-अलग शख्सियतों से मिलकर कामकाज का हिसाब दे रहे हैं। इसी कड़ी में विजय गोयल शाही इमाम के पास पहुंचे थे। जहां उन्होंने मोदी सरकार के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में अल्पसंख्यकों के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र किया और बीजेपी पर सवाल उठाए।