वहीं जब केंद्रीय मंत्री से इसके इस्तेमाल की वजह पूछी गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन उनका ये अनोखा अंदाज चर्चा का विषय बना रहा। गौरतलब है कि डॉक्टर्स अक्सर ये सलाह देते हैं कि मोबाइल रेडिएशन के खतरे से बचने के लिए मोबाइल पर लंबी बाते नहीं करनी चाहिए। हालांकि जानकार ये भी मानते हैं कि इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है क्योंकि अभी तक इसे जुड़ा कोई अध्यन सामने नहीं आया है। मोबाइल टावर से होने वाले रेडिएशन को खुद केंद्र सरकार स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं मानती। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद कह चुके हैं कि मोबाइल रेडिएशन से स्वास्थय पर किसी तरह के प्रतिकूल असर का कोई सुबूत नहीं है।