नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने महबूबा मुफ्ती पर जमकर हमला बोला है। निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि आम लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए आतंकियों से सख्ती से निपटने की जरूरत है। जेटली ने आतंकियो से निपटने कि बता पर कहा कि यह बल प्रयोग की बात नहीं है, यह कानून के शासन की बात है। जेटली ने कहा कि हर भारतीय इस बात को लेकर चिंतित है कि कौन इस देश को एकजुट रख सकता है।
जेटली ने किया महबूबा को कटघरे में खड़ा
उन्होंने कहा कि भारत का एकमात्र लक्ष्य एक चुनी हुई सरकार , जनता के साथ संवाद , एक कश्मीरी के प्रति इंसानियत भरा रूख है , हालांकि इससे कुछ लोग असहमति जता सकते हैं।इसके बाद जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा , ‘‘ कभी – कभी हम उन मुहावरों में फंस जाते हैं जो हमने ही बनाए हैं। ऐसा ही एक मुहावरा है ‘‘ कश्मीर में बल प्रयोग की नीति ’’।
एक हत्यारे से निपटना भी कानून – व्यवस्था का मुद्दा है। इसके लिए राजनीतिक समाधान का इंतजार नहीं किया जा सकता. ’’ उन्होंने सवाल उठाया , ‘‘ एक फिदायीन मरने को तैयार रहता है। वह मारने को भी तैयार रहता है। तो क्या उन्हें सत्याग्रह का प्रस्ताव देकर निपटा जा सकता है ? जब वह हत्या करने जा रहा हो तो क्या सुरक्षा बलों को उससे यह कहना चाहिए कि वह मेज तक आए और उनके साथ बात करे ?’’