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ब्रेन ट्यूमर के खतरों को समझें और सही समय पर इसका इलाज करें

brain tumer ब्रेन ट्यूमर के खतरों को समझें और सही समय पर इसका इलाज करें

ब्रेन ट्यूमर के असली कारण का ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारण इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं जैसे- गलत जीवनशैली, खाने-पीने की चीज़ों में मिला केमिकल और प्रदूषण, अनुवांशिक कारण या फिर किसी बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने रेडियएशन के कारण भी ब्रेन ट्यूमर हो सकता है।
ट्यूमर को आमतौर पर कैंसर से जोड़कर देखा जाता है, हालांकि हर ट्यूमर कैंसर के लिए जिम्मेदार नहीं होता, फिर भी यह बहुत घातक होता है। ब्रेन ट्यूमर बहुत ही खतरनाक बीमारी है, यह सिर्फ मस्तिष्क को ही प्रभावित नहीं करती, बल्कि इसका असर पूरे शरीर पर होता है, क्योंकि मस्तिष्क ही पूरे शरीर को संचालित करती है। समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर इलाज करना बहुत ज़रूरी है।

जानें ब्रेन ट्यूमर क्या है?

मस्तिष्क में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने पर जो गांठ बन जाती है उसे ही ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। इसमें मस्तिष्क के खास हिस्से में कोशिकाओं का गुच्छा बन जाता है। यह कई बार कैंसर की गांठ में तब्दील हो जाता है, इसलिए ब्रेन ट्यूमर को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।

क्यों होता है ब्रेन ट्यूमर?

हालांकि अभी तक ब्रेन ट्यूमर के असली कारण का ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारण इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं जैसे- गलत जीवनशैली, खाने-पीने की चीज़ों में मिला केमिकल और प्रदूषण, अनुवांशिक कारण या फिर किसी बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने रेडियएशन के कारण भी ब्रेन ट्यूमर हो सकता है।

यदि नीचे बताय गए लक्षण दिखे तो इसे नज़रअंदाज़ करने की भूल कतई न करें, क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत देते हैं।

  • सुबह उठने पर अक्सर उल्टी होना, खासतौर पर एक जगह से दूसरी जगह जाने पर। इसे हल्के में न लें, क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
  • सिर में दर्द बना रहना ब्रेन ट्यूमर का सबसे बड़ा संकेत है। अक्सर मरीज़ों को सुबह सिर में तेज दर्द की शिकायत होती है, जिसे कई बार लोग माइग्रेन समझ लेते हैं। ऐसे दर्द की अनदेखी नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह ब्रेन ट्यूमर की वजह से हो सकता है।
  • यदि सैरिब्रल में ट्यूमर है तो आपको अपनी बॉडी का बैलेंस बनाए रखने में मुश्किल आती है।
  • पराइअटल लोब में ट्यूमर होने पर पीड़ित रोज़मर्रा के काम करने में भी दिक्कत होती है।
  • ब्रेन ट्यूमर होने पर पीड़ित को मिर्गी की तरह ही दौरे पड़ते हैं और वह बार-बार बेहोश हो जाता है।
  • यदि बोलने की क्षमता प्रभावित होने लगे, याददाशत कम होने लगे या आंखों की रोशनी कम होने लगे तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
  • चेहरे के कुछ हिस्से में कमजोरी महसूस होना और अचानक वजन बढ़ना भी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।

यूं करें बचाव

  • ब्रेन ट्यूमर के असली कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है, इसलिए इसके लक्षण दिखते ही तुरंत बचाव के उपाय किए जाने चाहिए।
  • विटामिन-सी से भरपूर चीज़ें खाएं, क्योंकि यह ब्रेन कैंसर के मरीजों के ट्यूमर को तेजी से खत्म करने में मदद करता है।
  • हालांकि ब्रेन ट्यूमर से पूरी तरह से किस तरह बचा जा सकता है इस बारे में सही जानकारी नहीं है, फिर भी केमिकल युक्त और मिलावटी खाने से बचने की कोशिश करें।
  • नींद पूरी करें, क्योंकि नर्वस सिस्टम के ठीक से काम करने के लिए भरपूर नींद ज़रूरी है।
  • डायट में विटामिन्स और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें शामिल कर। विटामिन-सी, विटामिन-के और विटामिन-ई से भरपूर चीज़ें ज़रूर खाएं।
  • पैक्ड और जंकफूड से पूरी तरह दूर रहें और खूब पानी पीएं।

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