नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने आज राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया है. सुप्रीम कोर्ट में मामला जनवरी तक टलने को लेकर संघ ने कहा कि कोर्ट को हिंदू समाज की भावनाओं को समझना चाहिए.
3 दिवसीय बैठक खत्म
आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की 3 दिवसीय बैठक खत्म होने के बाद संघ के सरकार्यवाहक भैय्याजी जोशी ने कहा, ”कोर्ट के फैसले में देरी हो रही है कोर्ट ने अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया. वह उनका अधिकार क्षेत्र है. लेकिन जब पूछा गया कि इस मामले पर आगे सुनवाई कब होगी? तो कोर्ट ने कहा कि उसके पास और भी प्राथमिकताएं हैं.”
हिंदू भावना और आस्था का ख्याल रखे कोर्ट
उन्होंने आगे कहा, ”कोर्ट की इस टिप्पणी से हिंदू समाज अपमानित महसूस कर रहा है. हम अदालत से विनती करते हैं कि वह इसपर फिर से विचार करे. हिंदू भावना और आस्था का ख्याल रखे.”
आवश्यकता पड़ी तो फिर से आंदोलन करेंगे
आरएसएस ने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो फिर से आंदोलन करेंगे. पिछले 30 सालों से आंदोलन चल रहा है. मंदिर बनाने में बहुत देरी हो चुकी है. अगर कोई रास्ता नहीं बचता है तो कानून ही आखिरी रास्ता है.
मुंबई में मोहन भागवत से मिले अमित शाह, राम मंदिर मुद्दे पर हुई चर्चा
मुंबई में हुई आरएसएस कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने भी आज शिरकत की. शाह संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी मिले. जोशी ने कहा कि अमित शाह से सुबह मुलाकात हुई. इस दौरान राम मंदिर समेत कई विषयो पर गंभीर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि जब तक न्यायालय फैसला नहीं देता है, सरकार के सामने भी चुनौती रहेगी.