भोपाल। नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में निकाले जा रहे शांतिमार्च में 25 हजार कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झौंक दी है। ज्यादातर कार्यकर्ताओं को लाने की जिम्मेदारी भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा और राजगढ़ जिले के जिलाध्यक्षों को सौंपी गई है। साथ ही प्रदेश भर के अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाने के लिए कहा गया है।
10 लाख से ज्यादा यूजर्स सर्च कर रहे झारखंड के नतीजे; कैब-एनआरसी से ज्यादा सर्चिंग डिटेंशन सेंटर की इसी के चलते सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राजीव गांधी सभागार में पार्टी पदाधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें तय लक्ष्य के अनुसार 25 हजार कार्यकर्ताओं को लाने के बारे में जिलाध्यक्षों से बात की गई। शांति मार्च रंगमहल चौराहे से मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा तक निकाला जाएगा। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल शहर कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कांग्रेसजनों से अनुशासन में रहकर गरिमा प्रदान करने का आव्हान किया।
भाजपा प्रवक्ताओं ने सीएए को लेकर कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। इस भ्रम को दूर करने और जनता तक अधिनियम की हकीकत पहुंचाने के लिए पार्टी 1 से 15 जनवरी तक अभियान चलाएगी। प्रदेश प्रवक्ताओं व मीडिया से जुड़े प्रभारियों की कार्यशाला में इस अभियान पर चर्चा की गई। विधायक रामेश्वर शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को खत्म होते जनाधार की चिंता है, इसलिए वह भ्रम का वातावरण पैदा कर रही है। इसके खिलाफ जनजागरण अभियान चला कर 5 लाख परिवारों से संपर्क किया जाएगा।
प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि कांग्रेस ने 70 वर्षों तक देश के अल्पसंख्यकों को भरमाने का काम किया। मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि सीएए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ना झेल रहे पीड़ितों को न्याय देने का काम करेगा। कार्यशाला के दौरान सीएए को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि सीएए को लेकर कमलनाथ के नेतृत्व में होने वाले मार्च पर कांग्रेस को जवाब देना है।