फार्रूखाबाद। गंगा को निर्मल बनाने के लिए आखिरकार केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लंबा वक्त मांग ही लिया। उमा का कहना है कि गंगा को निर्मल बनाने में करीब 10 साल का वक्त लग जाएगा। क्योंकि गंगा को चरणबद्ध तरिके से साफ किया जाएगा। उमा भारती फर्रूखाबाद गंगा चौपाल कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थी। लेकिन उनके देर से पहुंचने के कराण कार्यक्रम नहीं हो पाया। बाद में उमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गंगा की सफाई को ध्यान में रखते हुए उसके आसपास के उद्दोगों को दूसरी जगह भेजा जाएगा। जिसको लेकर पूरा खाका तैयार कर लिया गया है।
इसके साथ ही उमा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि कानपुर में बसे टेनरियों को दूसरी जगह भेजने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब गंगा साफ हो जाए तो उसे हमेशा के लिए साफ रखने के लिए जन जागरूक अभियान की चलाना जरूरी है। इसके लिए वो खुद गंगोत्री से गंगा सागर तक गंगा पदयात्रा कार्यक्रम का आयोजन करेंगी।
बता दें कि मोदी सरकार ने एक साल पहले मोदी सरकार के दो सालपीरे होने पर पीएम ने उमा भारती से कहा था कि साल 2018 में गंगा साफ हो जाएगी। जिस पर उमा ने कहा था कि जिस तरह आज के समय में गंगा दुनिया की सबसे बड़ी 10 नदियों में से एक है और उसी तरह 2018 तक गंगा विश्व की सबसे साफ नदियों में से एक होगी। कुछ दिन पहले उमा ने गोरखपुर में कहा था कि अगर यूरोप की नदीं को साफ होने में 60 साल लगे तो गंगा को साफ करने के लिए कम से कम चार साल का वक्त तो लगेगा। काम बड़ा है इस लिए वक्त लगेगा थोड़ा इंतेजार करिए।