नई दिल्ली। कांग्रेसी नेता जगदीश टाइटलर के कथित कबूलनामे का वीडियो सामने लाने वाली दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक (डीजीपीसी) कमेटी अब इस मामले को गंभीरतापूर्वक ले रही है। डीजीपीसी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने कहा कि यदि इतने सबूतों के बाद भी दिल्ली पुलिस को टाइटलर में कातिल नजर नहीं आता तो यह भारतीय पुलिस और न्याय व्यवस्था के लिए चुनौती है।

बता दें कि मनजीत सिंह जी.के. ने कहा कि एक तरफ भारतीय पुलिस काले हिरण के शिकार में बड़े फिल्मी कलाकार को जेल भेज देती है तो दूसरी तरफ 100 सिखों के कत्ल का कबूलनामा करने वाले के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने से भी हिचकिचा रही है। इस मामले में थाना ग्रेटर कैलाश में शिकायत दर्ज करवा दी गई है। जी.के. ने टाइटलर द्वारा उनके खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज कराने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी की धमकी से अकाली दल डरने वाला नहीं है। कभी राहुल गांधी का वकील मुझे नोटिस भेजकर धमकाता है तो कभी टाइटलर मेरे ऊपर आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करवाने की धमकी देता है।
वहीं मेरी जान बेशक चली जाए पर इन्साफ की यह लड़ाई किसी भी कीमत पर अकाली दल नहीं छोड़ेगा। जी.के. ने कहा कि कल का चेतावनी मार्च पुलिस को हमारी ओर से अन्तिम चेतावनी है। यदि पुलिस की अंतरआत्मा नहीं जागी तो हम सड़कों को जाम करने, गृहमंत्री का घेराव, मेट्रो स्टेशनों के सामने प्रदर्शन करने सहित कोई भी कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे। हमारे आंदोलन से आम नागरिकों को होने वाली परेशानी की जिम्मेदारी भी सरकार की होगी। इस अवसर पर कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरमीत सिंह कालका, संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह फतेह नगर, कमेटी सदस्य चमन सिंह, आत्मा सिंह लुबाणा एवं कानून विभाग के प्रमुख जसविन्दर सिंह जौली ने भी आंदोलन तेज करने की बात कही।