सूबे में सत्ता पलट होने के बाद भी अपराध पर अभी तक लगाम नहीं लग पाई है। लेकिन योग सरकार आए दिन अपराध पर नकेल कसने के लिए कई प्रयास कर रही है बावजूद इसके जमीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही है। मामला बुलंदशहर का है। यहां महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है। ऐसे में इस मामले को देखते हुए यह साफ हो गया है कि सूबे में महिलाओं की सुरक्षा कितनी अच्छी है। सूबे में बेखौफ होकर अपराधी अपने घटिया मनसूबे को शिखर तक पहुंचा देते हैं। मामला शनिवार शाम का है। जहां दो नाबालिग लड़कियां शौच करने के लिए घर से बाहर गई थी। जैसे ही गांव के कुछ मनचलों ने युवतियों को अकेला पाया तो मौका मिलते ही युवतियों को मनचलों ने अगवा कर लिया।
मनचलों ने युवतियों को अगवा करने के बाद दोनों युवतियों के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दे दिया। जिसके बाद आरोपियों ने युवतियों को गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर दिल्ली-बदायूं हाइवे पर छोड़ दिया। जिसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए। वही पुलिस के बाद जैसे ही इस वारदात की खबर जैसे ही पुलिस को मिली तो पुलिस ने पीड़िताओं का मेडिकल कराने के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की संख्या पांच थी जोकि अपराध करने के बाद फरार हो गए।
जानकारी यह है कि आरोपियों ने पहले तो शौच करने के लिए गई महिलाओं को अगवा किया जिसके बाद आरोपी युवतियों को एक स्कूल में ले गए जहां सभी आरोपियों ने युवतियों के साथ गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। गैंगरेप करने के बाद आरोपियों ने युवती को गांव से करीब 15 किलोमीटर दूस हाइवे पर छोड़ दिया और फरार हो गए। वही परिजनों ने पुलिस के पास रात को ही युवतियों की गुमशुदी की खबर दे दी थी। वही इस वारदात के बाद पुलिस पर कई सारे सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि जब अपराध होता है तो कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो जाते हैं कि क्या पुलिस का खौफ नहीं रहा, या फिर कानून का डर निकलता जा रहा है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की आगे की कार्रवाई में जुट गई है।