नई दिल्ली। आज के समय में कोई भी व्यक्ति चाहें वो ऑफिस में काम करता हो या घर में रहता हो, बच्चा हो या बूढ़ा। गु्स्सा आना काफी आम बात हो गई है। जिसके चलते लोग धीरे-धीरे डिप्रैशन की चपेट में आने लगता हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने गुस्से को कुछ मुद्राओं के जरिए शांत कर सकते हैं। वैसे तो जाने-अनजाने में हम अपने हाथों को इस पोजिशन में लाते है लेकिन यदि इसे सही तरीके से किया जाए तो शरीर को एनर्जी के साथ-साथ गुस्सा भी शांत रहता है। जिन लोगों को तनाव व गुस्सा अधिक रहता है उनके लिए शक्ति मुद्रा किसी रामबाण से कम नहीं।
कैसे की जाती है शक्ति मुद्रा
मुट्ठियों की उंगलियां आमने-सामने सीधी रखें (ऊपर की ओर हो)। दोनों मुट्ठियों के बीच लगभग दो इंच का अंतर रखें। फिर लंबी-गहरी सांस लें। इस मुद्रा को रोजाना आधा घंटा करें। अगर शक्ति मुद्रा को वज्रासन में बैठकर किया जाए तो ज्यादा लाभ मिलेगा।
शक्ति मुद्रा करने के फायदे
शक्ति मुद्रा से शारीरिक और मानसिक शक्ति बढ़ती है। इस मुद्रा को करने से नाड़ियों ठीक से काम करती हैं। यह मुद्रा जिम करने वालों, नकारात्मक विचार रखने वालों, तनावग्रस्त, अनिद्रा, स्लिप डिस्क और पीठ दर्द के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हैं। अगर आपका शरीर बिना वजह से कांपता रहता है तो इस मुद्रा को करके देखें।
इसके साथ ही आप ध्यान हरि मुद्रा को भी ट्राई कर सकते हैं। यदि आप अपने गुस्से को कंट्रोल करना चाहते हैं तो प्रतिदिन ध्यान हरि मुद्रा करें। इस मुद्रा से आपका मन शांत रहेगा और गुस्सा आपसे बहुत दूर रहेगा।
ध्यान हरि मुद्रा की विधि
किसी शांत और शुद्ध वातावरण वाले स्थान पर कंबल आदि बिछाकर सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं। सांस सामान्य रखें और मन को शांत कर लें। अब अपने दोनों हाथों की मुट्ठी बना लें। इसके बाद एक हाथ को दूसरे हाथ के ऊपर रख दें। अब अपना मन एकाग्र करें। बस इसी को अवस्था को ध्यान हरि मुद्रा कहतें है।
ध्यान हरि मुद्रा के लाभ
इस मुद्रा से हमारे जोड़ो का दर्द, पीठ का दर्द, कमर का दर्द, रीढ़ की हड्डी का दर्द आदि रोग दूर हो जाते हैं। जिन स्त्रियों को हिस्टीरिया के दौरे पड़ते हो, गुस्सा आता हो या स्वभाव चिड़चिड़ा हो वो अगर इस मुद्रा को करते है तो उनके सारे रोग दूर हो जाते हैं।
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