नई दिल्ली। पिछले महीने भारत के सात दिवसीय दौरे पर आए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश वापस जाकर भारत के खिलाफ बयानबाजी की है। ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारत के सरकारी अमले ने उनकी इमेज खराब करने की कोशिश की। वहीं दूसरी तरफ भारत ने ट्रूडो के आरोप का खंडन किया है। पिछले महीने भारत यात्रा पर आए ट्रूडो की यात्रा जसपाल अटवाल के कारण विवादों में घिर गई थी। भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक अटवाल पर खालिस्तान की मुहिम से संबंध रखने का आरोप लगा हुआ है।
दरअसल मंगलवार को जसपाल को लेकर उठे सवालों पर ट्रूडो के ऑफिस में मीडिया के लिए एक बैकग्रांड ब्रीफिंग का आयोजन किया गया था। कनाडाई मीडिया के मुताबिक इस प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डेनियल ज्यां ने कहा षथा कि अटवाल की मौजूदगी के पीछे भारत के उन सरकारी तत्वों का हाथ था, जो ये नहीं चाहते पीएम मोदी ने उस विदेशी सरकार के काफी करीब आएं, जो उनकी नजर में भारत को एक नहीं देखना चाहती।
ट्रूडो के कनाडा वापस लौटने पर मंगलवार को वहां संसद में विपक्षी सांसदों ने अटवाल से कनेक्शन पर उन्हें घेर लिया।वहीं, कनाडा के आरोपों की प्रतिक्रिया में बुधवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कनाडा के उच्चायुक्त की ओर से जसपाल अटवाल को दिए गए दो न्योतों के बारे में हमने कनाडा की संसद में हाल की चर्चा को देखा। हम यह साफ-साफ कहना चाहते हैं कि भारत सरकार और उसकी सुरक्षा एजेंसियों का जसपाल अटवाल की मौजूदगी से कोई संबंध नहीं है। इस तरह की बातें आधारहीन हैं और हमें मंजूर नहीं हैं।