देहरादून। चुनावी नतीजे आने के बाद सभी लोगों की निगाहें इस पर बात टिंकी हुई थी कि आखिरकार भाजपा उत्तराखण्ड किसके हाथों में सौंपेगी। शुक्रवार को 3 बजे से राजधानी में हो रही विधायकों की बैठक में इस बात का फैसला हो गया है। सभी विधायकों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को विधायक दल का नेता चुना है। त्रिवेंद्र कल यानि की शनिवार को उत्तराखण्ड के नए सीएम पद की शपथ लेंगे। विधायक दल के नेता के चयन की प्रक्रिया के निरीक्षण के लिए बीजेपी अध्यक्ष शाह ने दो केंद्रीय मंत्रियों सरोज पांडे और नरेंद्र तोमर को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा था।
कल है शपथग्रहण समारोह
भाजपा की ओर से घोषणा की गई है कि 18 मार्च को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह भी शामिल होंगे।
बीजेपी को मिला है बहुमत
11 मार्च को आए नतीजों में बीजेपी को राज्य में बहुमत मिला है। कुल 70 सीटों में बीजेपी के खाते में 57 सीटें आई हैं। वहीं दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को महज 11 सीटें मिलीं थी।
कौन है त्रिवेंद्र सिंह रावत
त्रिवेंद्र सिंह रावत झारखण्ड में भाजपा के मामलों के प्रभारी है, संगठन पर इनकी अच्छी पकड़ा मानी जाती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक हैं। रावत उस समय से मोदी के करीबी मानें जाते हैं जिस वक्त मोदी भाजपा महासचिव व उत्तराखण्ड के प्रभारी थे। मोदी के करीब आने के बाद वो एक वक्त के बाद अमित शाह के भी करीब आ गए।
बता दें कि चुनावी नतीजे आने के बाद उनका सीएम के दावेदारों की नाम लिस्ट में आगे चल रहा था। रावत ने डोइवाला से कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को 24000 वोटों से हराया था।