प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने त्रिपुरा के अगरतला हवाई अड्डे का नाम बदलने की मंजूरी दी है। गौरतलब है कि महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर को श्रृद्धांज हवाई अड्डा अगरतलाअगरतला हवाई अड्डे का नाम “महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर हवाई अड्डा अगरतला” करने की मंजूरी दी।
आपको बता दें कि यह फैसला त्रिपुरा के लोगों की काफी लंबे समय से चली आ रही मांग और त्रिपुरा सरकार द्वारा महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया है। मांलूम हो कि महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर 1923 में त्रिपुरा राज्य के राजा बने। वे एक विद्वान और विन्रम शासक थे।
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महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर द्वारा दान में दिये गये जमीन पर 1942 में अगरतला हवाई अड्डे का निर्माण किया गया। एक दूर दृष्टि वाले शासक के रूप में महाराजा ने पूरे विश्व की यात्रा की और त्रिपुरा के सर्वांगीण विकास के लिए काम किए।
राजा के प्रयासों से अगरतला में एक एरोड्रोम का निर्माण हुआ। आपको बता दें कि वर्तमान में पूर्वोत्तर क्षेत्र का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। महाराजा बीर विक्रम माणिक्य किशोर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में सरकार ने यह निर्णय लिया है।