नई दिल्ली। ट्रिपल तलाक का दर्द झेल रही मुस्लिम महिलाओं की किस्मत का फैसला आज कांग्रेस को करना है। बीजेपी सरकार की तीन तलाक को अपराध की श्रेणी में रखना और ऐसा करने पर सजा देने का बिल कांग्रेस ने लोकसभा में पास करा दिया था। आज ये बिल राज्यसभा में पास किया जाएगा। अगर मोदी सरकार के साथ कांग्रेस यहां हाथ मिला लेती है तो ये बिल पास हो जाएगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो बिल अटक जाएगा।
बता दें कि बीजेपी को राज्यसभा में कांग्रेस की जरुरत पड़ेगी क्योंकि यहां बहुमत नहीं है। अगर सहयोगी दल के साथ-साथ विपक्षी दल भी इस बिल का समर्थन करते हैं तो ये विधेयक कानून के रुप में सबके सामने आ जाएगा। मोदी सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता तीन तलाक बिल पर सहमति बनाने के लिए विपक्षी पार्टियों से बातचीत में जुटे हुए हैं। मोदी सरकार इसी सत्र में ही इस बिल को राज्यसभा से पारित कराना चाहती है।
बीजेपी के लिए इस बिल को पास कराना पहाड़ तोड़ने बराबर है क्योंकि आरजेडी और बीजेडी जैसी पार्टियां इसके विरोध में है। कांग्रेस और डीएमके इसमें संसोधन चाहती हैं।कांग्रेस, सपा,माकपा ने लोकसभा में बिल की जल्दबाजी पर सवाल खड़ा किया।कई दलों ने इससे संसदीय समिति में भेजने की मांग की।
राज्यसभा में अभी कांग्रेस-57, बीजेपी-57, सपा-18, अन्नाद्रमुक-13, तृणमूल-12, बीजद-8, वामदल-8, तेदेपा-6, एनसीपी-5, द्रमुक-4, बसपा-4, राजद के 3 सदस्य हैं।राज्यसभा में 238 सदस्य हैं। बीजेपी के पास सहयोगी दलों के 20 सांसद हैं। इस बिल में कई तरह के बदलाव की मांग उठ रही है। आज इस पर बड़ा फैसला आ जाएगा।