नई दिल्ली। आखिरकार बहुप्रतीक्षित भारत और अपगान के बीच होने वाले व्यापार की शुरूआत हो गई है। भारत और अफगानिस्तान के बीच बने एयर कार्गो कॉरिडोर के रास्ते पहला विमान सोमवार को जब नई दिल्ली पहुंचा तो एक नये व्यापरिक रिश्ते का आजाग हुआ है। इस नये रिश्ते की शुरूआत का स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत नागर विमानन मंत्री गणपति राजू और विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर के साथ अफगानिस्तान के राजदूत शाईदा मोहम्मद अब्दाली भी मौजूद रहे।
भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्तों की नई शुरूआत
हांलाकि भारत और अफगानिस्तान के बीच वायापरिक रिश्ते दिल्ली और काबुल के बीच रोड़ कॉरिडोर के जरिए होने थे। लेकिन यह रास्ता पाकिस्तान के रास्ते से होकर गुजरता था। इस रास्ते पर पाकिस्तान का एतराज था। इस कॉरिडोर को तैयार करने में इस वजह से भारत को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इस कॉरिडोर के ना बन पाने की वजह से अफगानिस्तान समेत अन्य राष्ट्रों से व्यापारिक आदान-प्रदान के रिश्ते प्रभावित हो रहे थे। लेकिन अब इस समस्या का एक सार्थक हल निकालते हुए भारत ने अब इस व्यापारिक रिश्ते को एयर कॉरिडोर के जरिए पूरा करने की कवायद शुरू कर दी है।
कैसे हुई दोनों देशों के बीच व्यापरिक रिश्तों की शुरूआत
दोनों देशों के बीच हार्ट ऑफ एशिया में बायलैट्रल मीट के दौरान एयर कार्गो कॉरिडोर के जरिए व्यापारिक रिश्तों को शुरू करने की बात की गई थी। इसके पहले भी दोनों देशों के बीच सिक्युरिटी, स्टैबिलिटी के अलावा व्यापारिक रिश्तों का बढ़ाने के लिए कई बार बातचीत हुई थी। लेकिन इस बार की बातचीत को एक सकारात्मक स्वरूप प्रदान करते हुए इस व्यापारिक सेवा की शुरूआत कर दी गई है। इसके लिए राष्ट्रपति गनी भी तैयार हो गये थे। इसके बाद इस व्यापारिक सेवा की शुरूआत हुई है।
दोनों देशों के बीच शुरू हुए नये रिश्ते
इस सेवा का शुभारम्भ करते हुए अफगानिस्तान से राष्ट्रपति अशरफ गनी और अफगान सरकार के कैबिनेट मंत्रियों के अलावा अफगानिस्तान में भारतीय दूत मनप्रीत वोहरा ने काबुल हवाई अड्डे से विमान को हरी झंड़ी दिखा कर भारत के लिए रवाना किया । इधर भारत की तरफ से विमान की अगुवानी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विमानन मंत्री गणपति राजू समेत कई गणमान्य लोगों ने की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर इस व्यापारिक रिश्ते की शुरूआत के मौके पर बधाई भी दी है।
अजस्रपीयूष