राजस्थान के इकलौते हिल स्टेशन माउंटआबू में ठंड की बयार खुशियों की सौगात लेकर आई है. दरअसल दिवाली सीजन से यहां पर्यटकों का आवागमन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पर्यटन कारोबारियों में खासा उत्साह है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनो में यहां सैलानियों की आवाजाही तेजी से बढ़ने वाली है जो लॉकडाउन से चौपट हुए. पर्यटन कारोबार की भरपाई करेगी. माउंटआबू के पर्यटन कारोबारी इस सीजन में सैलानियों की आवक से फूले नहीं समा रहे हैं.
माउंटआबू में इन दिनों से सैलानियों की धूमधाम है. गुजरात से भारी संख्या में सैलानी और श्रद्धालु माउंट आबू पहुंच रहे हैं. आधा गुजरात जिस प्रकार से लाभ पाचम तक बंद रहता है. उसके बाद आधा गुजरात कार्तिक पूर्णिमा तक बंद कर वहां के लोग माउंट आबू की तरफ कूच करते हैं और इन दिनों माउंट आबू में दीपावली सीजन मेले की धूम लगी रहती है.
आलम ये है कि माउंट आबू के सभी होटल खचाखच भरे पड़े हैं माउंट आबू में गुजराती सैलानी इस पर्यटन सीजन में अवश्य लाभ उठाते हैं और माउंट आबू के लोगों को भी पूरे साल इस सीजन का इंतजार रहता है. माउंट आबू के व्यवसाय भी इस सीजन में खूब चलते हैं और पर्यटक जहां पर्यटक स्थलों पर खचाखच भरे पड़े रहते हैं. वही माउंट आबू की नक्की झील स्त्री बन जाती है. चाहे देश में कोरोना काल का दौर चल रहा हो लेकिन उसके बावजूद भी यहां आने वाले सैलानियों में कोई कमी नहीं है. एकस्पर्ट और कारोबारियों का भी यहीं मानना था कि यहां पर्यटन दिवाली के सीजन में पटरी पर आएगा और वहीं होता दिख रहा है.
चाहे माउंट आबू में सर्दी का सीजन हो तापमान गिरा हुआ हो उसके बावजूद भी माउंट आबू में आने वाले पर्यटकों की कोई कमी नहीं है. प्रशासन द्वारा माउंट आबू के सीजन को देखते हुए विशेष कार पार्किंग व्यवस्थाएं की है, माउंट आबू का पोलो ग्राउंड वाहनों से भरा पड़ा है. अब ये साफ है कि माउंट आबू जो सैलानियों की आवक की मार झेल रहा था और जो यहां का पर्यटन कारोबार कोरोना और लॉकडाउन की वजह से चौपट हो गया था. वो अब पूरी तरह पटरी पर आता दिख रहा है.
माउंट आबू से मगन प्रजापत की रिपोर्ट
बाइट अशोक वर्मा पूर्व अध्यक्ष नक्की झील व्यापार संस्थान
बाईट. पर्यटक