टोक्यो ओलंपिक में भारत की झोली में पहला गोल्ड आ गया है। जेवलिन थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर पूरे देश को गर्वानवित कर दिया है।
नीरज चोपड़ा ने जीता स्वर्ण पदक, गदगद हुआ देश
टोक्यो ओलंपिक में भारत की झोली में पहला गोल्ड आ गया है। जेवलिन थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर पूरे देश को गर्वानवित कर दिया है।टोक्यो ओलंपिक में भारत को अभी तक गोल्ड नहीं मिला था। लेकिन अब नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीत लिया है। नीरज चोपड़ा ग्रुप ए से फाइनल के लिए क्वालीफाई करके आए थे। जेवलिन थ्रो के क्वालीफिकेशन में नीरज चोपड़ा 86.65 मीटर का भाला फेंककर फाइनल में पहुंचे थे। ग्रुप ए में नीरज चोपड़ा सबसे टॉप पर थे। आज पूरा देश नीरज चोपड़ा पर गर्व कर रहा है। लंबे अरसे बाद भारत को गोल्ड मिला है। जिसको लेकर अब पूरे देश में दिवाली जैसा माहौल बन चुका है।
नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास
लंपिक के इतिहास में भारत की तरफ से अब तक कोई भी एथलीट ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में पदक नहीं जीत पाया था। जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इस सूखे को खत्म करने में सक्षम रहे। हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले नीरज चोपड़ा 24 दिसंबर 1997 को एक किसान परिवार में जन्में। नीरज चोपड़ा ने 2016 में पोलैंड में हुए आईएएएफ चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था। जिसके बाद उन्हें सेना में अधिकारी नियुक्त कर दिया गया था। इसके बाद नीरज चोपड़ा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, और वो अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए।