अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नेतृत्व गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के लिए आनंदीबेन पटेल मंत्रिमंडल के वरिष्ठतम मंत्री नितिन पटेल पर लगभग ध्यान केंद्रित कर चुका है, जबकि इस होड़ में शामिल अन्य संभावितों के नामों की चर्चा यहां गुरुवार को भी राजनीति हलकों में जारी रही। आनंदीबेन का उत्तराधिकारी चुनने की प्रक्रिया को देखते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार की सुबह अहमदाबाद पहुंच गए। उन्होंने संगठन के राष्ट्रीय सचिव(संगठन) वी. सतीश और गुजरात मामलों के प्रभारी महासचिव दिनेश शर्मा के साथ अपने आवास पर लंबी बैठक की।
शाह के आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नितिन पटेल सहित राज्य के नेताओं ने भी भाग लिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय रूपानी ने अधिक समय पार्टी के मुख्यालय में गुजारा जहां नेतागण आपसी बातचीत में मशगूल रहे। बाद में नितिन पटेल अर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 10 फीसदी कोटा निर्धारित करने के मुद्दे पर राज्य सरकार की स्थिति स्पष्ट करने मीडिया के समक्ष आए। इस प्रावधान को गुजरात उच्च न्यायालय ने दिन में पहले ही खारिज कर दिया था।
इस बीच रूपानी ने दोहराया कि अगला मुख्यमंत्री तय करने के लिए पार्टी के विधायकों की शुक्रवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय कमलम् में बैठक होगी। सूत्रों का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह सात अगस्त को होने की संभावना है।
रूपानी ने ही अप्रैल में पार्टी मुख्यालय में सरकार की ओर से 10 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की थी। उस समय आनंदीबेन पटेल और नितिन पटेल दोनों मौजूद थे।
एक वरिष्ठ नेता ने बताया, “नितिन पटेल न्यायसंगत चुनाव हैं। वह वरिष्ठतम मंत्री हैं, पटेल हैं और उत्तरी गुजरात मेहसाणा से हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का गृह जिला है। वरिष्ठतम मंत्री का चुनाव किसी गुटबाजी की चिंता को खत्म कर देगा।”
मोदी वर्ष 2014 में जब दिल्ली गए तो नितिन पटेल को मुख्यमंत्री के रूप में प्रभार लेने का प्रस्ताव मिला था लेकिन आनंदीबेन पटेल ने उन्हें अंतिम समय में पछाड़ दिया। अमित शाह को गुजरात का नेतृत्व संभालने के लिए सबसे आदर्श उम्मीदवार माना जा रहा है लेकिन पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे। इसके बावजूद शाह के नाम की यहां चर्चा चल रही है।
बाद में सूत्रों ने कहा कि अमित शाह नितिन गडकरी और सरोज पांडेय की मौजूदगी में शुक्रवार को विधायकों की बैठक की केवल अध्यक्षता करेंगे।
करीब आधा दर्जन नामों पर चर्चा हुई। इनमें नितिन पटेल और विजय रूपानी प्रमुख पसंद के रूप में उभरे। बाद में रूपानी पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते रहे जबकि नितिन पटेल शाह के साथ व्यस्त रहे।