नई दिल्ली। 5 राज्यों में हुए विधानसभा और दिल्ली निगम चुनावों के बाद ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर शिकायतें कर रही राजनीतिक पार्टियों के लिए शुक्रवार को चुनाव आयोग ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बताया जा रहाल है कि इस बैठक में चुनाव आयोग सभी पार्टियों के सामने ईवीएम मुद्दे पर अपनी राय रखेगा।
विपक्ष है एकजुट
शुक्रवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस, सपा, राजद, बसपा समेत तमाम भाजपा के विपक्षी दल एकजुट होकर चुनाव आयोग पर सवाल उठा सकते हैं। एक तरफ पूरा विपक्ष एकजुट हो चला है तो दूसरी तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने ईवीएम से छेड़छाड़ की जांच के लिए सर्वदलीय समिति गठित करने की मांग की है।
सौरभ भारद्वाज भी बैठक में लेंगे हिस्सा
पार्टी की ओर से विधायक सौरभ भारद्वाज ही आयोग की बुलाई बैठक में हिस्सा लेंगे। बात दें कि गत दिनों पहले ही भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम मशीन को हैक करने का डेमो दिया था। हालांकि चुनाव आयोग ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था।
ईवीएम हैकाथॉन का होगा आयोजन
देश के 16 विपक्षी दलों ने इस संबंध में सवाल खड़े किए हैं। ईवीएम को लेकर सवाल उठाने वाले राजनीतिक दलों को अपनी बात साबित करने के लिए मई के आखिरी हफ्ते में मौका मिल सकता है क्योंकि चुनाव आयोग ने तभी ईवीएम हैकाथॉन आयोजित करने का निर्णय किया है। इस सिलसिले में आयोग 12 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाएगा जिसमें राजनीतिक पार्टियों से हैकाथॉन के लिये लोगों को नामित करने को कहा जायेगा। साथ ही चुनौती के नियम भी बताए जाएंगे।
7 राष्ट्रीय और 49 राज्यस्तरीय दल
आयोग का कहना है कि इस बैठक में वह सभी दलों को यह समझाने की कोशिश करेगा कि ईवीएम पूरी तरह विश्वसनीय है और इसके साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। इस बैठक में 7 राष्ट्रीय और 49 राज्यस्तरीय दलों को शामिल किया जाएगा। राष्ट्रीय पार्टियों की मान्यता इस समय भाजपा और कांग्रेस के अलावा बसपा, भाकपा, माकपा, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस के पास है। राज्य स्तरीय पार्टियों में से जिन ने इस संबंध में प्रतिक्रिया दी थी, उन सभी को भी अपने प्रतिनिधियों को इस बैठक में भेजने को कहा गया है।