नई दिल्ली। 1 फरवरी को मोदी सरकार से साल 2017 का बजट संसद में पेश किया जिसे अर्थशास्त्रियों ने एक संतुलित बजट करार दिया लेकिन विपक्षी दलों ने इस बजट में नोटबंदी के बाद से किसानों और गरीबों को राहत नहीं देने का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया। इस हंगामें में कांग्रेस, टीएमसी, जेडीयू, वामदल और बीएमसपी समेत अन्य विपक्षी दल शामिल थे जिन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने बजट में आम लोगों का ध्यान नहीं रखा और सरकार से जवाब भी मांगा।
हालांकि बजट पेश करने से पहले सांसद ई अहमद के निधन के चलते कुछ मिनट का मौन रखा गया और उसके बाद बजट को पेश किया गया, उसके बाद संसद को 2 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। बजट पेश करने के बाद संसद शुरु होने का आज पहला दिन है लेकिन विपक्ष के तेवर को देखकर ऐसा लगता है कि संसद में आज भी जोरदार हंगामा हो सकता है। टीएमसी सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने हाथ में पोस्टर लिए जमकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक उनका ये प्रदर्शन संसद की परंपरा को तोड़ते हुए बजट पेश करने पर है।
दरअसल 31 जनवरी को राष्ट्रपित प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के दौरान सांसद ई अहमद को दिल का दौरा पड़ गया था और देर रात उनका निधन हो गया। जिसके बाद बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा या फिर नहीं इस पर असमंजस की स्थिति बनी थी क्योंकि अगर किसी सांसद की मृत्यु हो जाती है तो संसद में उसे श्रंद्धाजलि देकर उसे स्थगित कर दिया जाता है लेकिन उस दिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने संसद को चलाने का फैसला किया जिस पर आज टीएमसी सांसद विरोध प्रदर्शन करे रहे हैं। वहीं ऐसी खबरें आ रही है सांसद ई. अहमद के निधन का मसला कांग्रेस नेता वेणुगोपाल लोकसभा में उठाएंगें और उन्होंने इस संबंध में नोटिस भी दे दिया है।