नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के चारों ओर डेरा डाले हुए बैठे हैं। इसके साथ ही किसान संगठनों ने आज देश में चक्का जाम करने का ऐलान किया था। किसानों ने चक्का जाम दोपहर 12 बजे शुरू किया और तीन बजे एक मिनट के लिए वाहनों के हॉर्न बजाकर खत्म किया गया। इसी बीच किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने कहा है कि हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे, कंडीशनल बातचीत होगी।
ट्रैक्टर वालों को नोटिस देनी की हरकत बंद कर हो- टिकैत
बता दें कि किसान आंदोलन दिनों दिन उग्र होता जा रहा है। जिसके चलते अधिक से अधिक संख्या में लोग किसान आंदोलन में पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही किसान संगठनों द्वारा देशभर में 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम किया। इसके साथ ही इस दौरान राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। टिकैत ने कहा कि हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे, कंडीशनल बातचीत होगी। उन्होंने एक बार फिर कहा कि केवल तीनों कानून की वापसी के बाद ही हम अपने घर जाएंगे। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीनों कानून की वापसी और एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं मिलता, तब तक हम नहीं जाने वाले हैं। पूरे देश में गैर-राजनीतिक आंदोलन होगा। दिल्ली में एक-एक कील काट के जाएंगे। सरकार कानून वापस लें। ट्रैक्टर वालों को नोटिस देनी की हरकत बंद कर हो।
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