featured यूपी

लखनऊ चिड़ियाघर में बाघों का कुनबा बढ़ा, पीलीभीत से आए चार नन्हे शावक

लखनऊ चिड़ियाघर में बाघों के कुनबे में इजाफा, पीलीभीत से आए चार नन्हे शावक

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह चिड़ियाघर में बाघों के कुनबे में इजाफा हो गया है। अब चिड़ियाघर में बाघों की संख्या दस से 14 हो गई है। पीलीभीत के टाइगर रिजर्व से लखनऊ चिड़ियाघर में बाघ के चार शावक लाए गए हैं।

मां से बिछड़ गए थे चारों शावक

ये बाघ के बच्चे कुछ दिन पहले पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अपनी मां से बिछड़ गए थे। इसके बाद इन्हें लखनऊ चिड़ियाघर लाने का फैसला लिया गया।

ये शावक रॉयल बंगाल टाइगर की नस्ल के हैं। इन बाघों में दो नर और दो मादा बाघ हैं। ये बाघ चिड़ियाघर में पहले गुमसुम रहे लेकिन बाद में इन्होंने खाना खा लिया। इन शावकों को मीट दिया गया था, जिसे इन्होंने बड़े ही चाव से खाया।

चिकित्सकों की निगरानी में हैं शावक

लखनऊ प्राणी उद्यान के चिकित्सक ने बताया कि कीपर और चिकिस्तकों की निगरानी में इन शावकों को रखा गया है। फिलहाल इन शावकों के पास कोई नहीं जाएगा। तीन दिन की निगरानी के बाद इनके पास हम लोग जाएंगे और इनकी चिकित्सीय जांच करेंगे।

नामकरण के लिए मांगा सुझाव

उन्होंने कहा कि किसी भी जानवर को नई जगह में ढलने में टाइम लगता है। चुंकि ये शावक अपनी मां से बिछड़े हैं इसलिये बेहद डरे हुए हैं।

इनको यहां पर ढलने का पूरा मौका दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इनके नामों के लिए जू प्रशासन ने लोगों से सुझाव मांगे हैं।

इसके लिए लोग लखनऊ जू की ईमेल आईडी पर शावकों के नाम का मेल कर सकते हैं। लखनऊ जू का ई-मेल आईटी lucknowzoo@gmail.com है।

जानवरों को गोद लेने की है परंपरा

गौरतलब है कि लखनऊ जू में हमेशा से ही किसी भी नए जानवर के आने पर नामों का सुझाव मांगा जाता है। इससे पहले भी एक हाथी और शेर के नाम के लिए लखनऊ जू ने स्थानीय लोगों से जानवरों के नामकरण के लिए अपील की थी, और उनके सुझाव मांगे थे।

लखनऊ जू चिड़ियाघर के जानवरों को गोद लेने का भी अभियान समय समय पर चलाता रहता है। लखनऊ के कई जानवरों को लोगों ने गोद ले रखा है।

Related posts

राजनीतिक घरानों की बेटी-बहू आई आमने-सामने, ट्विटर पर ठेठ अंदाज में हुई बहसबाजी

pratiyush chaubey

107 साल की बुजुर्ग महिला को है राहुल का इंतजार, ये है वजह

Vijay Shrer

क्षेत्रीय विकास को प्रभावी बनाएं, बुनियादी तरक्की का आदर्श प्रस्तुत करें-उच्च शिक्षा मंत्री

mahesh yadav