उत्तराखण्ड। नैनाताल हाईकोर्ट ने तीन जजों को विजिलेंस जांच के बाद निलंबित कर दिया है। इसके अलावा न्यायालय ने एक अन्य के खिलाफ सरकारी चीजों व सामान में हेर-फेर की कारवाही की जा रही है। बता दैं कि इनमें से एक जज की ये पहली पोस्टिंग थी और उसी में उनका निलंबन हो गया। जज नीतू जोशी के खिलाफ इस मामले में उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने सरकारी सामान नहीं लौटाया। जानकारी के अनुसार नीतू जोशी ने देहरादून में पुलिस शिकायत प्राधिकरण में तैनाती के समय जो सरकारी सामान उपयोग किया उसे उनके द्वारा वापस नहीं किया गया।
जिसके लिए जांच कमेटी बिठाई गई और इसमें उन पर लगे सारे आरोप सही साबित होने के बाद उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया। फिलहाल नीतू जोशी जिला जज ऊधमसिंह नगर कार्यालय से अटैच रहेंगी। इसके अलावा गलत आचरण और व्यवहार के कारण जो और जजों को उनके पदों से बर्खास्त किया गया। हल्द्वानी में तैनात मजिस्ट्रेट दुर्गा के खिलाफ भी हाई कोर्ट ने निलम्बन की पर प्रतिक्रिया दी।
सूत्रके अनुसार काफी समय से हाईकोर्ट की विलिजेंस कमेटी इस तरह से अचानक पहुंचकर जांच कार्य कर रही है जिसके बाद न्यायिक एकेडमी प्रदीप कुमार मणि के साथ-साथ इन मजिस्ट्रेट को बर्खास्त किया गया है।