featured उत्तराखंड

उत्तराखंड आने जाने वालों को नहीं पड़ेगी पास की जरूरत, सिर्फ रखा जाएगा रिकोर्ड

उत्पल कुमार सिंह उत्तराखंड आने जाने वालों को नहीं पड़ेगी पास की जरूरत, सिर्फ रखा जाएगा रिकोर्ड

उत्तराखंड सरकार बाहर से आने वालों के लिए अब पास व्यवस्था खत्म करने जा रही है। एहतियात के तौर पर अब इनका सिर्फ रिकॉर्ड ही रखा जाएगा,

देहरादून। उत्तराखंड सरकार बाहर से आने वालों के लिए अब पास व्यवस्था खत्म करने जा रही है। एहतियात के तौर पर अब इनका सिर्फ रिकॉर्ड ही रखा जाएगा, ताकि कोरोना का पॉजिटिव केस पाए जाने पर ट्रैसिंग में आसानी रहे। सोमवार को सचिवालय मीडिया सेंटर में पत्रकारों के सवालों के जवाब में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि अभी देश के 75 शहरों से उत्तराखंड आने वालों को सात दिन संस्थागत व 14 दिन होम क्वारंटाइन अनिवार्य है। वहीं अन्य शहरों से आने वालों को 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना होगा। कहा कि धीरे-धीरे 75 शहरों की संख्या में भी कमी आएगी, अफसर लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही पास व्यवस्था को खत्म करने के आदेश किए जाएंगे। राज्य के भीतर सरकार पहले ही पास व्यवस्था को खत्म कर चुकी है। सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही पास के रूप में मान्य है।

https://www.bharatkhabar.com/jyotiraditya-scindia-and-his-mother-got-corona/

टूरिस्टों के लिए खोले गए होटल

एक सवाल के जबाव में मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में होटल, लॉज और होम स्टे टूरिस्टों के लिए खोले गए हैं। लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार को अन्य प्रांतों से ऐसी जानकारी मिली कि घनी आबादी में रहने वाले लोग कुछ वक्त के लिए उत्तराखंड आना चाहते हैं। लिहाजा सरकार ने सोच-समझकर ही यह फैसला लिया कि जो टूरिस्ट आएंगे वे होटलों व होम स्टे में कम से कम सात दिन तक रहेंगे। पर्यटन व सार्वजनिक स्थलों पर उनकी आवाजाही नहीं होगी।

मॉल व धार्मिक स्थलों में कड़ाई से नियम लागू होंगे

मुख्य सचिव उत्पल ने बताया कि शॉपिंग मॉल, होटल, धार्मिक स्थल खुलने के बाद इनमें गाइड लाइन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। सभी जिलाधिकारियों को इस बाबत आदेश दे दिए गए हैं। इन स्थानों पर फिजीकल डिस्टेंसिंग, सफाई, सेनेटाइजेशन और मॉस्क की अनिवार्यता रहेगी। अगर कोई इसका पालन नहीं करता तो फिर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

15 हजार नए जॉब कार्ड

मुख्य सचिव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में मनरेगा के तहत 3,07,451 श्रमिकों को रोजगार मिला है। मनरेगा में 21,816 काम चल रहे हैं। 15,000 प्रवासियों ने भी जॉब कार्ड बनाएं हैं। इनमें 11,000 को रोजगार मिल चुका है। मुख्यसचिव ने बताया कि लॉकडाउन के उल्लंघन में प्रदेशभर में अब तक 29,737 लोगों की गिरफ्तारी हुई जबकि 7,977 वाहनों को सीज किया गया। जुर्माना के एवज में तीन करोड़ 35 लाख रुपये वसूला जा चुका है।

Related posts

पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग की गणित में कौन जीतेगा रण

piyush shukla

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन में बढ़ी पाबंदियां, लोगों को हो रही परेशानी

Rahul

Good News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पुरानी व्‍यवस्‍था बहाल, छात्र ध्‍यान से पढ़ें खबर

Shailendra Singh